गोंदिया शहर में पेयजल के 3000 से अधिक अवैध नल कनेक्शन जिम्मेदार कौन कार्रवाई किसके जिम्में, पार्षद धर्मेश अग्रवाल की शिकायत पर रेलटोली परिसर के 5 अवैध कनेक्शन धारकों को मजीप्रा ने दिया नोटिस

बुलंद गोंदिया। गोंदिया नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत नागरिकों को पेयजल की आपूर्ति महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण द्वारा की जाती है। जिसके लिए नागरिकों को नियमानुसार मंजूरी लेकर नल कनेक्शन दिए जाते हैं । किंतु गोंदिया शहर मैं विभाग की मंजूरी के बिना 3000 से अधिक अवैध नल कनेक्शन लगे हुए हैं जिसके लिए जिम्मेदार कौन वह कार्रवाई कौन करेगा इस पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो रहा है। 23 नवंबर को नप पार्षद धर्मेश (बेबी) अग्रवाल की शिकायत पर रेलटोली परिसर के 5 अवैध नल कनेक्शन धारकों को मजीप्रा द्वारा 7 दिनों का नोटिस दिया गया है।
गौरतलब है कि गोंदिया नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत निवास करने वाले नागरिकों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण द्वारा की जाती है। जिसके लिए नागरिकों को नियमानुसार विभाग से मंजूरी प्राप्त कर नल कनेक्शन लेना होता है। किंतु गोंदिया शहर में विभाग से मंजूरी ना लेकर 3000 से अधिक अवैध रूप से नल कनेक्शन होने की जानकारी महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के गोंदिया के उप विभागीय अभियंता अविनाश पालते द्वारा मौखिक रूप से स्वीकार किया गया है। तथा इस संदर्भ में जब उनसे पूछा गया कि अवैध नल कनेक्शन धारकों पर कार्यवाही कौन करेगा वह किसकी जिम्मेदारी है इस पर वह समाधान कारक जवाब नहीं दे पाए तथा कहा कि शिकायत प्राप्त होने पर विभाग द्वारा कार्यवाही की जाती है ।इसी प्रकार का एक मामला सामने आने पर प्रभाग क्रमांक 11 के पार्षद धर्मेश (बेबी) अग्रवाल द्वारा महाराष्ट्र जीवन विभाग में अवैध नल कनेक्शन धारकों की शिकायत की गई थी जिसके चलते रेलटोली परिसर के 5 ऐसे कनेक्शन धारकों को उप विभागीय अभियंता के मार्गदर्शन में घटनास्थल पर पहुंचकर 7 दिनों का नोटिस दिया गया है। किंतु उपरोक्त नल कनेक्शन अवैध रूप से किसने जोड़ा उस पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही विभाग द्वारा फिलहाल नहीं की गई है ।अवैध नल कनेक्शन के संदर्भ में जो व्यक्ति नल कनेक्शन जोड़ता है उस पर कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले बुलंद होते हैं तथा शहर में बड़ी संख्या में अवैध नल कनेक्शन की भरमार हो चुकी है। जिससे शासन को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान होने के साथ ही जो कनेक्शन धारक नियमानुसार कनेक्शन लेकर पानी के बिलों का भुगतान करते हैं उन्हें नियमित जलापूर्ति नहीं हो पाती है ।क्योंकि इस प्रकार के अवैध नल कनेक्शनों के चलते निर्धारित कनेक्शन से अधिक पानी का वितरण होता है। जिस की जानकारी विभाग को ना होने से ऐसे नागरिकों को काफी परेशानियां उठानी पड़ती है।
उपरोक्त कार्रवाई महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के उप विभागीय अभियंता अविनाश पालथे, कनिष्ठ अभियंता शंकर लाडे, जल सेवक मुरली आठवले तथा सहयोगी रज्जाक शेख उपस्थित थे।
निशुल्क नल कनेक्शन का कार्य अधूरा अवैध की भरमार
गोंदिया नगर परिषद द्वारा 3 वर्षों पूर्व 14वें वित्त आयोग योजना के अंतर्गत शहर के नागरिकों को 4000 निशुल्क नल कनेक्शन देने की योजना शुरू की थी लेकिन 3 वर्षों से 4000 नल कनेक्शनों का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। इस निशुल्क नल कनेक्शन योजना की आड़ में कुछ लोगों द्वारा नागरिकों को अवैध नल कनेक्शन जोड़ कर दिए जा रहे हैं 1000 से 5000 रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। जिससे शासन के राजस्व को चूना लगाने के साथ ही नागरिकों के साथ भी धोखाधड़ी कर रहे हैं। क्योंकि अवैध नल कनेक्शन का मामला सामने आने पर विभाग द्वारा कनेक्शन धारक पर ही कार्यवाही की जाती है जिससे अवैध नल कनेक्शन जोड़ने वाला प्लंबर बच जाता है।
चुनावी लाभ लेने के लिए अवैध नल कनेक्शन
गोंदिया नगर परिषद के आगामी तीन से चार माह पंचायत आम चुनाव होने वाले हैं। उपरोक्त चुनाव में लाभ लेने के लिए भावी उम्मीदवारों द्वारा नागरिकों को नगर परिषद के निशुल्क नाली योजना के नाम पर बिना जानकारी दिए अवैध रूप से नल कनेक्शन जोड़े जा रहे हैं जिससे नागरिकों में भ्रम की स्थिति निर्माण हो रही है।
पुरानी जलापूर्ति योजना के बकायादारो को भी भेजा जा रहा बिल
महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण द्वारा शहर में नई पाइप लाइन का कार्य पूर्ण किए जाने के पश्चात पुरानी पाइप लाइन के अंतर्गत जिन उपभोक्ताओं पर पुराना बिल बकाया था उन्हें नए नल कनेक्शन से जोड़ा नहीं गया है । किंतु अभी विभाग द्वारा उन्हें पानी का बिल भेजा जा रहा है जिससे विभाग की लचर कार्यप्रणाली का उदाहरण सामने आ रहा है।
अवैध नल कनेक्शन विशेष जांच अभियान
गोंदिया शहर अंतर्गत अवैध नल कनेक्शन धारकों के खिलाफ शिकायतें प्राप्त होने पर महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण द्वारा विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा इसके साथ ही टुल्लू पंप, बकाया बिल धारको के खिलाफ भी कार्रवाई होंगी तथा रेलटोली परिसर के अवैध नल कनेक्शन के संदर्भ में संबंधित नल कनेक्शन धारक को 7 दिनों का कारण बताओ नोटिस दिया गया है तथा उन्हें विभाग से नियमानुसार कनेक्शन को नियमित करने की जानकारी दी गई है समय अवधि खत्म होने पर कार्यवाही कर नल कनेक्शन काटा जाएगा
-अविनाश पालथे
उपविभागीय अभियंता महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण गोंदिया।

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