बुलंद गोंदिया।गोंदिया शहर के ऑर्थोपेडिक के मशहूर चिकित्सक डॉक्टर ओम बघेले ने अपनी कामयाबी की ओर एक और कदम बढ़ाते हुए 2 वर्षीय मासूम का दरवाजे की चपेट आकर कट कर अलग हुए , हाथ के अंगूठे को सफलतापूर्वक जोड़ने में कामयाब हुए व मासूम फिर से अपनी सामान्य स्थिति में आ गई।
गौरतलब है की गोंदिया शहर भी अब स्वास्थ्य सेवा में महानगरों की श्रेणी में पहुंच रहा है। प्रतिदिन चिकित्सा क्षेत्र में क्षेत्र के युवा चिकित्सकों द्वारा अपनी सफलता के नए आई आयाम स्थापित किया जा रहे हैं।
इसी के अंतर्गत एक नया मामला सामने आया । गोंदिया शहर के युवा प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक चिकित्सा डॉक्टर ओम बघेले ने अपनी चिकित्सकीय कौशलता का परिचय देते हुए गोंदिया शहर में इसके पूर्व ना होने वाली शल्य चिकित्सा को शहर में ही सफलतापूर्वक पर कामयाबी प्राप्त की।
जिसमें 2 वर्षीय मासूम नित अजय आहूजा के हाथ काअंगूठा दरवाजे की चपेट में आकर कट कर अलग हो गया था। ऐसी स्थिति में परिजन काफी घबरा गए थे वह एक दो जगह ले जाने पर अंगूठा ना जुड़ने की बात कही गई । ईसी दौरान मासूम के बड़े पापा डॉक्टर अमर आहूजा द्वारा डॉक्टर ओम बघेले से संपर्क कर स्थिति से अवगत करा कर मासूम को डॉक्टर ओम बघेले के पास लेकर पहुंचे जहां उसकी जांच करने के पश्चात डॉक्टर ओम बघेले द्वारा इसे चुनौती में स्वीकार कर मासूम के अंगूठे का ऑपरेशन कर सफलतापूर्वक जोड़ने में कामयाब हुए। उपरोक्त ऑपरेशन डॉक्टर ओम बघेले द्वारा शहर के प्रसिद्ध हॉस्पिटल बजाज सेंट्रल हॉस्पिटल गोंदिया में की।
2 वर्षीय मासूम नित आहूजा का अंगूठा कट कर अलग हो जाने से परिजन काफी चिंतित हो गए थे, किंतु डॉक्टर ओम बघेले द्वारा उसे सफलतापूर्वक जोड़कर सामान्य स्थिति में लाये जाने पर परिजनों द्वारा डॉक्टर ओम बघेले को बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है की युवा ऑर्थोपेडिक चिकित्सा डॉक्टर ओम बघेले द्वारा जोड़ प्रत्यारोपण, दूरबीन द्वारा जोड़ों के आपरेशन व प्लास्टिक सर्जरी जैसे उपचार कर नागपुर मुंबई व अन्य महानगरों जैसी उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा गोंदिया में ही उपलब्ध करवा रहे हैं। जिसका लाभ गोंदिया जिले के मरीजों के साथ-साथ बालाघाट व आसपास के जिले के मरीजों को भी हो रहा है अब उन्हें महानगरों की ओर नहीं देखना पड़ रहा है।
चुनौती के रूप में लेकर किया ऑपरेशन
2 वर्ष या नीत आहूजा के बड़े पापा डॉक्टर आहूजा द्वारा हाथ से कट कर अलग हुए अंगूठे के संदर्भ में जानकारी दी तथा मासूम को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां उसकी जांच करने के पश्चात अंगूठा जोड़ा जा सकता है। इसकी जानकारी दी जिस पर मासूम के माता पिता द्वारा ऑपरेशन करने की सहमति दी जिस का सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर अंगूठे को जोड़ा गया जिसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया था। अब बालिका का हाथ सामान्य स्थिति मेंआ चुका है।
– डॉक्टर ओम बघेले