गजानन महाराज शिक्षा व कला संस्था के पूर्व अध्यक्ष व सचिव सचिव डोये के आरोप बेबुनियाद -महेंद्र देशमुख

बुलंद गोंदिया। आमगांव तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम घाटटेमनी की गजानन महाराज शिक्षण व कला संस्था के वर्तमान अध्यक्ष महेंद्र देशमुख व मुख्याध्यापक झनकलाल आसाराम राहंगडाले द्वारा 7 दिसंबर 2021 को आयोजित पत्र परिषद में जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व अध्यक्ष सेवकराम मारुती डोये व सचिव धनीराम किशन डोये द्वारा संस्था पर बोगस दस्तावेजों के आधार पर लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं तथा संस्था का कार्य शासन के नियमानुसार किया जा रहा है ।गौरतलब है कि आमगांव तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम घाटटेमनी की गजानन महाराज शिक्षण व कला संस्था के कक्लर्क व अध्यक्ष महेंद्र सखाराम देशमुख व मुख्य अध्यापक झनकलाल आसाराम राहंगडाले द्वारा 7 दिसंबर को आयोजित पत्र परिषद में जानकारी देते हुए बताया कि संस्था के पूर्व अध्यक्ष सेवक राम मारुति डोये ,सचिव धनीराम किशन डोये द्वारा संस्था पर बोगस दस्तावेजों के आधार पर आरोप लगाया गया है। वह बिल्कुल बेबुनियाद है तथा गत 20 वर्षों से संस्था में शासन के दिशा निर्देश व नियमानुसार दस्तावेजों के आधार पर ही कार्य किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि उपरोक्त दोनों पदाधिकारियों द्वारा गत कुछ वर्षों में स्वयं ही संस्था के साथ धोखाधड़ी की गई थी तथा सचिव धनीराम डोये द्वारा 1994 में संस्था के तत्कालीन पदाधिकारियों को विश्वास में लेते हुए उनके हस्ताक्षर लेकर संस्था के साथ धोखाधड़ी करते हुए चेंज रिपोर्ट धर्मादाय आयुक्त विभाग में पेश की थी इसकी जानकारी जब संस्था के तत्कालीन अध्यक्ष डोये व उपाध्यक्ष सखाराम देशमुख को प्राप्त हुई तो इस संदर्भ में मामला सहायक धर्मदाय आयुक्त के समक्ष पेश किया गया था जिस पर 1998 में सहायक धर्मदाय आयुक्त द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार सेवक राम डोये द्वारा पेश किए गए चेंज रिपोर्ट को अमान्य कर पहले की चेंज रिपोर्ट को ही बरकरार रखा था जिसके पश्चात संस्था के सभी सदस्यों द्वारा पूर्ण बहुमत के आधार पर धनीराम दोहे को सचिव पद से हटाया गया था तथा अध्यक्ष के रूप में सखाराम देशमुख व उपाध्यक्ष के रूप में सेवक राम डोये वह सचिव के रूप में जोगेंद्र देशमुख की नियुक्ति की गई थी। जिसके पश्चात संस्था सुचारू रूप से चल रही थी किंतु वर्ष 2012 में पूर्व अध्यक्ष द्वारा कुछ विवाद करते हुए अलग हटकर पूर्व सचिव के साथ सांठगांठ करते हुए फिर से संस्था पर वह स्कूल पर अवैध रूप से कब्जा करने का कार्य शुरू किया गया था तथा पुराने कुछ बोगस दस्तावेजों को जमा कर शासन के पास भेजा वर्ष 2012 में संस्था अध्यक्ष सखाराम देशमुख का निधन हो जाने के पश्चात पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से महेंद्र देशमुख को संस्था का अध्यक्ष मनोनीत किया था जिसके पश्चात पूर्व सचिव व अध्यक्ष द्वारा आपसी सांठगांठ करते हुए पुराने दस्तावेजों के आधार पर फिर से संस्था पर अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास करते हुए मामला दर्ज किया गया था जिसके आधार पर सहायक धर्मदाय आयुक्त द्वारा उनके पक्ष में निर्णय दिया गया जो 10 नवंबर 2020 को को आया था जिसके बाद इस मामले में धर्मादाय आयुक्त नागपुर में अपील की गई है जहां संस्था के सभी वैद्य दस्तावेज पेश किए गए हैं जिसका निर्णय आने के पश्चात ही वास्तविक स्थिति का खुलासा हो पाएगा तथा इस संदर्भ में पूर्व सचिव व अध्यक्ष द्वारा जो बेबुनियाद आरोप लगाए गए उन पर धर्मादाय आयुक्त के निर्णय के पश्चात मामला दर्ज किया जाएगा।संस्था पर अवैध कब्जे को लेकर पूर्व अध्यक्ष और सचिव द्वारा जो मानसिक रूप से महेंद्र देशमुख व मुख्यअध्यापक राहंगडाले को प्रताड़ित किया जा रहा है। तथा इस मामले में उनके खिलाफ पुलिस में दी शिकायत दर्ज की जाएंगी आयोजित पत्र परिषद के अवसर पर महेंद्र देशमुख झनकलाल रहागडाले संस्था के कोषाध्यक्ष धनलाल सुखाजी हेमने व सदस्य रियाजुल सिद्धकी उपस्थित थे।

Share Post: