बुलंद गोंदिया। गोंदिया शहर के आजाद वार्ड मरारटोली परिसर में वर्तमान समय में निवास कर रहे, उमरी- पोस्ट दासगांव निवासी दुर्वास भैयालाल भोयर की 14 वर्षीय नाबालिक बेटी 16 जनवरी को तिरोड़ा मार्ग पर जख्मी अवस्था में पाई गई थी। जिसकी उपचार के दौरान 17 जनवरी को मौत हो गई थी। इस मामले में पीड़ित पिता द्वारा 24 जनवरी को आयोजित पत्र परिषद में जानकारी दी कि,रामनगर पुलिस द्वारा चार नाबालिग आरोपियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि उनकी बेटी का अपहरण,लैंगिक अत्याचार व हत्या की गई है। इस मामले में उनकी शिकायत पुलिस द्वारा दर्ज नहीं की जा रही है। जिससे पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल पा रहा। जिस की मांग को लेकर 25 जनवरी से वे डॉ आंबेडकर बाबासाहेब आंबेडकर पुतले के सामने अपने परिवार के साथ आमरण अनशन करेंगे। उनकी प्रमुख मांग 26 जनवरी को राज्य के गृह मंत्री व जिले के पालक मंत्री द्वारा भेंट दी जाए। जिसमें उनके द्वारा मांग की गई कि रामनगर पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक, गोंदिया के उपविभागीय पुलिस अधिकारी व प्रकरण के जांच अधिकारी को निलंबित किया जाए तथा मामले की जांच सी.बी.आई या सी.आई.डी या क्राइम ब्रांच मुंबई से करवाई जाए पीड़ित परिवार के अनुसार एफ.आई.आर दर्ज की जाए तथा फिर से जिले के बाहर पी.एम जांच की जाए तथा विसेरा जांच की रिपोर्ट जल्द से जल्द प्राप्त हो। जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी उनका आंदोलन चलता रहेगा उपरोक्त आंदोलन को विभिन्न समाजों व संगठनों द्वारा अपना समर्थन दिया गया है। जिसमें समता संग्राम परिषदसमता से राजू राहुलकर, सतीश बंसोड़, भारतीय बौद्ध महासभा से नूरलाल ऊके शिशुपाल बंसोड़, योगेश रामटेके नरेंद्र मेश्राम, आर.पी.आई आठवले गट से भाऊ गजभिए. समता सैनिक दल. अवंती बाई लोधी संघटना, सावित्रीबाई फुले महिला संघटना सविता ऊके, किरण भूते,युवा बहुजन मंच से सुनील भोगाड़े, कैलाश भेलावे,आदि संघटनाओं का समावेश है। आयोजित पत्र परिषद के दौरान इन सभी संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सायली भोयर मौत प्रकरण, न्याय की मांग को लेकर पीड़ित परिवार का 25 से आमरण अनशन
