रेत माफिया व तहसीलदार की सांठगांठ, बाघ नदी से हजारों ब्रास रेत का अवैध उत्खनन

शिलापुर के नागरिकों ने उपविभागीय अधिकारी को निवेदन देकर कार्रवाई की मांग
बुलंद गोंदिया।( देवेंद्र सेलोकर)- देवरी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम शिलापुर से लगी बाघ नदी से रेत माफिया व तहसीलदार की सांठगांठ से हजारों ब्रास रेत का अवैध उत्खनन कर जमा किया गया है।
इस मामले में 21 जनवरी को ग्राम वासियों द्वारा मोबाइल से शिकायत किए जाने पर प्रशासन द्वारा मात्र 100 से 150 ब्रास रेती का पंचनामा कर जप्त किया गया। बाकी की रेत कहां गई इस पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो रहा है। एक और तो नागरिकों से एक ब्रास रेत के लिए शासन द्वारा 5 से 7 हजार रु वसूल किए जा रहे हैं। घरकुल के लाभार्थियों को रेत नहीं मिल पा रही है। वहीं दूसरी ओर रेत माफिया व तहसीलदार विजय बोरूड़े द्वारा अवैध उत्खनन को बढ़ावा दिया जा रहा है। कार्रवाई नहीं होने पर इस संदर्भ में जब ग्राम के कुछ नागरिक तहसील कार्यालय में पहुंचे तो उन्हें अधिकारियों द्वारा कार्यवाई की धमकी देकर भगा दिया गया, जिसके चलते 22 जनवरी को ग्राम के नागरिकों द्वारा उपविभागीय अधिकारी को ज्ञापन देकर उपरोक्त मामले में कार्रवाई की मांग की। निवेदन देने वालों में ग्राम के नागरिक सुशील भोयर, रविंद्र रहीले, मोहपत भूते, किशन बोहरे, रामकृष्ण चूरहे, इंद्रराज कोल्हे, रूपचंद भोयर, एकनाथ बघेले, शिशुपाल फ़ुडे, हितेश भंडारकर, प्रदीप बघेले, रामेश्वर रहीले उपस्थित थे।

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