जलसंपदा प्रकल्प के विषयो पर विधायक विनोद अग्रवाल ने ली नागपुर में अधिकारियों की सभा

गोंदिया विधानसभा के रजेगांव काटी, तेढ़वा शिवनी, नवेगांव देवरी, डांगोरली, बाघ नदी प्रकल्प तथा पिंडकेपार तालाब के निर्माण संबंधी ७ बिंदुओं पर तैयार किये गए प्रस्ताव
बुलंद गोंदिया। गोंदिया विधानसभा क्षेत्र के किसानों की सिंचाई संबंधी जरुरतों को पूरा करने के लिये भी विधायक विनोद अग्रवाल के प्रयत्न जारी है। जिसके लिये नागपुर सिंचाई सेवा भवन सिविल लाईन्स नागपुर में जलसंपदा विभाग के अधिकारियों के साथ गोंदिया विधानसभा क्षेत्र के सभी प्रकल्पों के मुद्दों पर एक सभा ली, जिसमें रजेगांव काटी उपसा सिंचन योजना, तेढ़वा शिवनी उपसा सिंचन योजना, नवेगांव देवरी उपसा सिंचन योजना एवं डांगोरली में नए बैरेज के निर्माण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने, डांगोरली उपसा सिंचन बंद योजना को पुन:शुरु करने तथा बाघ प्रकल्प के कार्यों को दुरुस्त करने एवं पिंडकेपार तालाब के निर्माण संबंधी ७ बिंदुओं पर चर्चा की, और इन कार्यों के लिये आवश्यकतानुसार प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजे जाने के संबंध में निर्देश दिये। सभा में प्रमुख रुप से जे.एम. शेख मुख्य अभियंता नागपुर, क.सु. वेमुलकोंडा अधीक्षक अभियंता नागपुर पाटबंधारे मंडल, राजेश सोनटक्के अधीक्षक अभियंता भंडारा सिंचन मंडल, भंडारा, अपर्णा कापसे कार्यकारी अभियंता पाट. प्रकल्प अन्वे. विभाग भंडारा, अंकुर कापसे कार्यकारी अभियंता मध्यम प्रकल्प विभाग, गोंदिया, दीपक भीवगड़े कार्यकारी अभियंता बाघ इटियाडोह पाट. विभाग गोंदिया संहित अनेक अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
सिंचाई योजनाओं के कार्यों के रख रखाव और अधूरे निर्माण को पूरे करने के लिये गए प्रस्ताव
सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित की गई बैठक में विधायक विनोद अग्रवाल ने प्रमुख ७ बिंदुओं पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने रजेगांव काटी, तेढ़वा शिवनी, नवेगांव देवरी, डांगोरली, बाघ नदी प्रकल्प तथा पिंडकेपार तालाब के निर्माण संबंधी कार्यों के अधूरे निर्माण को पूर्ण करने तथा उनमें आवश्यकतानुसान व्यापक फेरबदल करने के प्रस्ताव दिये। विनोद अग्रवान ने इन सभी सिंचन योजनाआं के अधूरे काम को पूरा करने, तथा रजेगांव काटी उपसा सिंचन योजना को व्यापक बनाने के लिये मध्यप्रदेश को जोडऩे वाले पूराने पुल पर २ मीटर भराव कर पानी के लिये उपलब्ध कराने की जरुरत पर चर्चा की, तथा सभी सिंचाई योजनाओं के रखरखाव, पंप हाउस, ओवरहेड पाइप, वितरण टैंक, मुख्य नहर आदि के संबंध में आ रही दिक्कतों, नहरों के सुधार कार्य के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये, साथ ही इस सभी सिंचाई योजना की जो नहरें बंद हैं और जहां सुधार की आवश्यकताएं है, उन सभी के सुधार एवं निर्माण कार्य किये जाने के लिये निर्देशित किया, तो वहीं योजनाओं में नहरों के विस्तार के लिये भूमि अधिग्रहण के मूल्यांकन संबंधी प्रस्तावों पर ध्यानाकर्षण करते हुए सिंचाई परियोजनाओं को सुधारने के लिये निर्देश दिये।

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