गोंदिया जिले के फार्म हाउस,रिसोर्ट बने रंगरलियो के अड्डे नव वर्ष के स्वागत के लिए सजेगी शराब शबाब कबाब की महफिले

बुलंद गोंदिया (नवीन अग्रवाल)- फार्म हाउस का निर्माण व्यस्त जीवन में आराम के कुछ पल के लिए बनाए जाते हैं। साथ ही जिस में कृषि का भी कार्य हो सके किंतु समय के साथ अब फार्म हाउस का अर्थ बदलने लगा है। फार्म हाउस मैं अब परिवार के साथ अवकाश के समय आराम व मनोरंजन के अलावा अय्याशी के अड्डे भी बन रहे हैं। जिसके चलते गोंदिया जिले के अधिकांश फार्महाउस रंगरलीयो के लिए उपयोग में आने लगे हैं। जिसके चलते नव वर्ष की पूर्व संध्या व नववर्ष के अवसर पर बड़े पैमाने पर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण फार्म हाउस में शराब शबाब और कबाब की महफिले सजेगी।
गौरतलब है कि महानगरों की व्यस्ततम भागमभाग लाइफ में आराम के कुछ पल परिवार के साथ व्यतीत करने के लिए फार्म हाउस संस्कृति प्रचलन में आई जिसमें शहरों के आधुनिक मकानों से हटकर ग्रामीण परिवेश व प्रकृति के बीच एक दूसरा मकान निर्माण करना जिसमें शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी वह कोलाहल से दूर सकून के कुछ पल बिताए जा सके वह फिर से तरोताजा होकर कार्य में दुगने उत्साह से जुट सकें।
इसके साथ ही बड़े व्यवसायियों द्वारा पैसों का इन्वेस्टमेंट कर भूमि खरीद कर फार्म हाउस बनाए जा रहे हैं जो शहर से दूर ग्रामीण परिवेश में प्रकृति की गोद में कुछ पल बिताए जा सके समय के साथ साथ कई फार्म हाउस मालिक इसका व्यवसायिक उपयोग कारपोरेट आयोजनों शादियों पार्टियों के लिए करते हैं जिससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी भी हो सके ।
किंतु अब इसके साथ साथ धीरे-धीरे कुछ फार्म हाउस रंग रैलियों के अड्डे भी बन चुके हैं क्योंकि शहरी जीवन से दूर ग्रामीण परिवेश में होने से यहां पर इस प्रकार की आयोजित होने वाली पार्टियों में किसी भी प्रकार का खलल निर्माण नहीं होता जिससे बेरोकटोक फार्महाउस में शराब कबाब वह शबाब की पार्टियां चलती है।
गत कुछ वर्षों में गोंदिया जिले में फार्महाउस की संस्कृति भी अब अपना पैर पसार चुकी है फार्म हाउस में प्रकृति की गोद में परिवारिक अवकाश बिताने के अलावा कुछ फॉर्म हाउसों में वर्ष के कुछ विशेष अवसरों पर शराब, शबाब और कबाब की रंगरलिया पार्टी आयोजित होने लगी है। जिसमें कुछ फार्महाउस इस प्रकार की पार्टियों का आयोजन करने वालों द्वारा किराए पर लिया जाता है या कुछ फार्महाउस मालिक द्वारा भी अतिरिक्त आए कमाने के उद्देश्य से कुछ चुनिंदा लोगों के लिए इस प्रकार की महफिलों का आयोजन करते हैं साथ ही कुछ निजी व्यक्ति अपने मित्र यारों के साथ भी ऐसा आयोजन करते हैं।
क्योंकि ऐसे आयोजन परिवारिक माहौल में नहीं किए जा सकते।
रेव पार्टी का आयोजन
फार्म हाउस में होने वाली आयोजित पार्टी में अधिकांश में सभी प्रकार के नशे के साधन उपलब्ध करवाए जाते हैं जिसे आज आधुनिक भाषा में रेव पार्टी या कॉकटेल पार्टी भी कहा जाता है। जिसमें शराब के साथ साथ ड्रग्स, गांजा,नशे की गोलिया जैसे अन्य मादक पदार्थों का भी बड़े पैमाने पर खुलकर इस्तेमाल होता है क्योंकि नशे की अधिकता हो जाने पर वही फार्महाउस में उनके रुकने की व्यवस्था होती है तथा शहर से दूर ग्रामीण क्षेत्र में होने के चलते समाज परिवार या प्रशासन का डर नहीं होता ।
बार बालाओं के ठुमके
फार्महाउस रिसोर्ट में आयोजित होने वाली पार्टियों में अब बार बालाओं के भी ठुमके लगने लगे हैं। बड़े शहरों में नाच गाने की महफिलों में हर कोई जा नहीं पाता जिसके लिए अब फार्महाउस में ही इस प्रकार की महफिलों में बड़े शहरों से बार-बालाओं को आयोजित कार्यक्रम के लिए बुक कर बुलाया जाता है।
पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से भी बचाव
फार्महाउस में आयोजित होने वाली पार्टी शहरों से दूर होने के चलते रात भर आयोजन चलते हैं तथा पार्टियों में नशे की अधिकता के कारण शहरों में पुलिस प्रशासन की कार्रवाई का भी डर रहता है किंतु अलग शहर से दूर फार्महाउस में होने वाली पार्टियों में नशे की अधिकता होने पर वहीं रुकने की व्यवस्था होने के चलते ऐसी पार्टी में शामिल होने वाले लोगों को पुलिस प्रशासन की डंकन ड्राई जैसी कार्रवाई का सामना भी नहीं करना पड़ता ।
शराब पार्टी के लिए उत्पादन शुल्क विभाग से अनुमति लेना जरूरी
शासन द्वारा मान्यता प्राप्त परमिट रूम के अलावा यदि अन्य कहीं शराब की पार्टी करना होता है तो राज्य उत्पादन शुल्क विभाग से नियमानुसार मंजूरी लेना होता है। जिसके लिए एक दिवसीय मंजूरी उत्पादन शुल्क विभाग द्वारा दी जाती है जिस हेतु 1 सप्ताह पूर्व आवेदन करना होता है आवेदन करने के पश्चात विभाग द्वारा आयोजन स्थल का मुआयना कर उसका रजिस्टर्ड करता है जिसके पश्चात आवश्यक शुल्क जमा कर एकदिवसीय शराब की पार्टी के आयोजन हेतु विभाग द्वारा मंजूरी दी जाती है।
उत्पादन शुल्क विभाग से अब तक मंजूरी नहीं
नव वर्ष की पूर्व संध्या व नववर्ष के स्वागत के लिए जिले के अनेक फार्म हाउस व अन्य विभिन्न स्थानों पर पार्टियों का आयोजन किया जाएगा जिसमें शराब भी पड़ोसी जाएंगी , किंतु उत्पादन शुल्क विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक सिर्फ एक ही आवेदन प्राप्त हुआ है। किंतु देखने में आता है कि अनेक स्थानों पर जिसमें फार्म हाउस प्रमुख रूप से शामिल है जहां बड़े पैमाने पर शराब पार्टियों का आयोजन किया जाता है जिसकी राज्य उत्पादन शुल्क विभाग द्वारा नियमानुसार अनुमति नहीं ली जाती।
प्रतिवर्ष विभाग कहता कड़ी कार्रवाई लेकिन होती नहीं
नववर्ष या किसी भी आयोजन के समय होने वाली शराब पार्टियों व अन्य पार्टियों के संदर्भ में राज्य उत्पादन शुल्क विभाग व अन्य विभाग कहते हैं कि ऐसे आयोजनों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी किंतु अब तक ऐसे किसी भी बड़े आयोजनों पर कार्रवाई नहीं की गई जिससे प्रशासन की भी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो रहा है।

पुलिस प्रशासन व उत्पादन शुल्क विभाग की क्या रहेंगी कड़ी नजर
नव वर्ष के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर तथा फार्म हाउस पर होने वाली इस प्रकार की पार्टी व आयोजनों पर क्या प्रशासन जिसमें उत्पादन शुल्क विभाग व पुलिस विभाग द्वारा पैनी नजर रख कार्रवाई की जाएगी यह आने वाला समय ही बताएगा।

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