अज्ञात वाहन की टक्कर व वन्य जीव के हमले मे 2 तेंदुए की मौत जिले के वनक्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानो का मामला

बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले के वन क्षेत्र के अंतर्गत दो अलग-अलग घटनाओं में दो तेंदुए की मौत हो गई जिसमें एक की अज्ञात वाहन की टक्कर में वह दूसरे की वन्यजीवों के आपसी संघर्ष में मौत होने का मामला सामने आया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार गोंदिया जिला वन विभाग के अंतर्गत गोंदिया वन परीक्षेत्र के तहत गोंदिया- तिरोडा मार्ग पर ग्राम मजीतपुर के समीप 30 सितंबर की रात 8:30 से 9:00 बजे के दौरान एक अज्ञात वाहन की टक्कर में एक एक तेंदुए की मौत हो गई इस संदर्भ में ग्राम मजीतपुर के सरपंच द्वारा को मार्ग से जाने वाले नागरिकों द्वारा जानकारी दी जिस पर सरपंच द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी गोंदिया को सूचना दी।
जानकारी प्राप्त होते ही वन परी क्षेत्र अधिकारी गोंदिया वह क्षेत्र सहायक दासगांव वह रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंची जहां उन्हें तेंदुआ मृत अवस्था में दिखाई दिया। इसके पश्चात तेंदुए को कुड़वा के वन उद्यान में लाकर उसका शव विच्छेदन किया गया तथा 1 अक्टूबर को उसका अंतिम संस्कार किया गया।

दूसरा मामला अर्जुनी मोरगांव वन परिक्षेत्र के अंतर्गत बोडगांव देवी सहवन क्षेत्र बोदरा बीट देवलगांव में एक अक्टूबर की सुबह11 से 11:30 के दौरान गस्त लग रहे वन कर्मचारियों को मृत अवस्था 1 तेंदुआ दिखाई दिया। उपरोक्त घटना की जानकारी मिलते ही अर्जुनी मोरगांव वन परिक्षेत्र के सहायक वनरक्षक डॉक्टर उज्जवल बावनथडे , पशु विकास अधिकारी अर्जुनी मोरगांव के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर जांच किए जाने पर तेंदुए के शरीर पर वन्य जीव संघर्ष के निशान पाए गए तथा उसे पर शेर के दांत के निशान पाए गए तथा सामने का एक पैर पूरी तरीके से टूटा हुआ था जिससे प्राथमिक जानकारी के अनुसार संभावना जताई जा रही है कि शेर व तेंदुए के आपसी संघर्ष में तेंदुए की मौत हुई।

गोंदिया वन परिक्षेत्र के अंतर्गत व कोई तेंदुए की मौत में 1 अक्टूबर की सुबह उपवन संरक्षक प्रमोद पंचभाई, विभागीय वन अधिकारी वन्य जीव अतुल देवकर, सहायक वन संरक्षक सचिन डोंगरवार ,मानव वन्य जीव रक्षक सावन बाहेकर तथा प्रतिनिधि मुख्य वन्य जीव रक्षक महाराष्ट्र राज्य रूपेशनिबर्ते कुड़वा वन उद्यान में उनकी उपस्थिति में तेंदुए के शव की जांच कर पशु वैदिक की अधिकारी कुड़वा द्वारा उसका विच्छेदन कर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति में मृत तेंदुए का दाह संस्कार किया गया।


अर्जुन मोरगांव वन क्षेत्र के अंतर्गत अर्जुनी मोरगांव डिपो में पशुधन विकास अधिकारी अर्जुनी मोरगांव द्वारा शव विच्छेदन कर उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मृत तेंदुए के शव को जलाकर नष्ट किया गया तथा उपरोक्त दोनों मामले में संबंधित वन क्षेत्र के अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है।

जिले में बढ़ रही वन्यजीवों की मौत
जिले के संरक्षित वन क्षेत्र में वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किया जा रहे हैं तथा प्रतिवर्ष लाखों करोड़ों रुपए की राशि भी संवर्धन में लगाई जा रही है।
इसके बावजूद गोंदिया जिले में गत दिनों से वन्य जीवों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं गत सप्ताह दो टाइगर की मौत होने के पश्चात दो तेंदुए की मौत के मामले सामने आए हालांकि यह नैसर्गिक वह दुर्घटना में मौत होने की बात कही जा रही है लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं वन्य जीवों की बड़े पैमाने पर मौत होने से जिले के संरक्षित वन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगता दिखाई दे रहा है।
साथ ही वन्य जीवों की मौत इस प्रकार होती रही तो जिले में पर्यटन पर भी इसका विपरीत परिणाम हो सकता है।

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