बोगस प्रमाण पत्र, अवैध गर्भपात, सोनोग्राफी सेंटर का मामल स्वास्थ्य संचालक कि टीम गोंदिया पहुंचकर जांच शुरू की जिला चिकित्सालय के अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज लिए कब्जे में

बुलंद गोंदिया। गोंदिया शासकीय चिकित्सालय वह जिला शल्य चिकित्सा के द्वारा जारी किए गए बोगस प्रमाण पत्र की खबर सामने आने के साथ-साथ जिले में चल रहे अवैध गर्भपात सेंटरो, बोगस प्रमाण पत्र देने वाले सोनोग्राफी सेंटर की जांच करने हेतु स्वास्थ्य उपसंचालक की टीम 27 मई को गोंदिया पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर शासकीय जिला चिकित्सालय से अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने कब्जे में लिए हैं यह जांच करीब 8 घंटे तक चली।

गौरतलब है की गोंदिया जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में अनेक खामियां व भ्रष्टाचार के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। इसके पूर्व भी बुलंद गोंदिया द्वारा गोंदिया जिले में चल रहे अवैध गर्भपात केंद्र जिसमें नाबालिग का अवैध रूप से गर्भपात करवाया जा रहा है इसकी खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी।
इसके साथ ही दिनों पूर्व कुछ समाचार पत्रों में जिला शल्य चिकित्सक द्वारा करीब 14 मृत लोगों को बोगस प्रमाण पत्र देने वह सोनोग्राफी सेंटरों द्वारा फर्टिलिटी दंपति को इन फर्टिलिटी का प्रमाण पत्र देने तथा नर्सिंग होम को नियम बाय मंजूरी देने के मामले भी सामने आए थे। इन सब मामलों के सामने आने पर राज्य स्वास्थ्य विभाग हरकत में आकर मामले की जांच शुरू की।
इसी जांच के लिए नागपुर के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त उपसंचालक डॉक्टर प्रमोद गवई के नेतृत्व में तीन सदस्य टीम 27 मई को गोंदिया पहुंची वह इस मामले में जांच शुरू की। जिसमें डॉक्टर गवई के साथ प्रशासकीय अधिकारी ऋषिकांत चाचि रे वह विलास राठौर का समावेश है।

उल्लेखनीय की इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के टीम द्वारा शिकायतकर्ता से भी करीब 4 घंटे तक इन सभी मामलों की जानकारी ली तथा जांच पड़ताल करने के साथ ही शासकीय जिला चिकित्सालय के मूल दस्तावेजों की जांच कर प्रमाणित सत्य प्रति को अपने कब्जे में लिया।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में जिला शल्य चिकित्सक डॉ अमरीश महोबे से भी कड़ी पूछताछ की गई तथा इस दौरान हुए इन सभी सवालों का जवाब देने से बचते हुए नजर आए इस दौरान डॉक्टर गवई ने जानकारी देते हुए बताया कि इन सभी मामलों में लीगल टीम व पुणे स्वास्थ्य विभाग संचालक का मार्गदर्शन लेने के पश्चात आगे की कार्रवाई की जाएगी साथ ही यदि नाबालिक के अबॉर्शन गर्भपात का मामला सामने आता है तो किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा तथा संबंधित दोषी सभी वरिष्ठ अधिकारियों यहां तक की जिला शल्य चिकित्सक पर भी कार्रवाई कर पुलिस में मामला दर्ज करवाया जाएगा।

जांच मामले में पूरा सहयोग
जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा अतिरिक्त स्वास्थ्य संचालक डॉक्टर गवई की टीम को संपूर्ण सहयोग कर रहा है.
डॉ अमरीष मोहबे जिला शल्य चिकित्सक गोंदिया।

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