बुलंद गोंदिया। प्राकृतिक संकट हो या आसमानी संकट के चलते धान उत्पादक किसानो को निरंतर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
साथ ही फसल का उत्पादन होने के बावजूद फसल की लागत का खर्च नहीं निकल पाता जिसके चलते धान की फसल के लिए बोनस घोषित किया जाए साथहि बे मौसम बारिश से फसल नुकसान को मुआवजा देने की मांग को लेकर सांसद प्रफुल्ल पटेल द्वारा राज्य अधिवेशन के दौरान मुख्यमंत्री शिंदे, उपमुख्यमंत्री फडणवीस वह अजीत पवार से मुलाकात कर मांग की थी जिस पर 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा धान की फसल को प्रति हेक्टर 20 हजार का बोनस देने की घोषणा की जो की 2 हेक्टर की मर्यादित सीमा में होगा। इस घोषणा पर किसानों द्वारा राज्य सरकार व सांसद प्रफुल्ल पटेल का आभार व्यक्त किया।
गौरतलबहै की सांसद पटेल निरंतर किसानों के साथ उनकी समस्या से उन्हें राहत दिलाने के लिए कार्य करते हैं जब-जब किसान परेशानियों में होते हैं तब तक किसानों को समस्याओं से बाहर निकालने के लिए सांसद पटेल का प्रयास सार्थक सिद्ध होता है।
इस वर्ष बे मौसम बारिश के चलते जिले के साथ-साथ विदर्भ के धान उत्पादक किसानों का भारी नुकसान हुआ इसके साथ ही उत्पादन में भी कमी आई इस आर्थिक संकट की घड़ी में किसानों को योग्य मदद मिले इसके लिए सांसद प्रफुल्ल पटेल द्वारा नागपुर में चल रहे शीतकालीन अधिवेशन में पहुंचकर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजीत पवार से मुलाकात कर धान की फसल के लिए बोनस घोषित किया जाए तथा फसल नुकसान का मुआवजा देने की मांग का निवेदन देकर चर्चा की थी।
इस गंभीर समस्या पर राज्य सरकार द्वारा विशेष ध्यान देते हुए 18 दिसंबर को अधिवेशन के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा धान को प्रति हेक्टर 20हजार के प्रमाण से दो हेक्टेयर की मर्यादित सीमा के में बोनस घोषित किया है।
जिससे जिले के धान उत्पादक किसानों को कुछ राहत मिली है साथ ही बे मौसम बारिश के दौरान हुई फसल नुकसान का मुआवजा देने के संदर्भ में राज्य सरकार द्वारा सकारात्मक रूख लिया गया है।
सांसद प्रफुल्ल पटेल के प्रयास से धान उत्पादक किसानों को बोनस घोषित होने पर किसानों द्वारा उनका आभार व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार को निवेदन देते समय पूर्व विधायक राजेंद्र जैन, मनोहर चंद्रिकापुरे, राजू कारेमोरे तथा गोंदिया भंडारा जिले के जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।