हाई वोल्टेज विद्युत करंट की चपेट में आकर 5 माह के सारस की मौत

बुलंद गोंदिया। गोंदिया वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रावणवाड़ी बिट के ग्राम माकड़ी में 11kv हाई वोल्टेज विद्युत करंट की चपेट में आकर एक पांच माह के सारस की मौत हो गई यह घटना 26 मार्च की सुबह 8:00 से 9:00 बजे के दौरान घटित हुई।

गौरतलब है की संपूर्ण महाराष्ट्र में सिर्फ गोंदिया जिले में ही प्रेम का प्रतिक सारस पंछी पाए जाते हैं इसके संरक्षण और संवर्धन के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है जो सिर्फ कागजों पर ही चलती दिखाई दे रही है। इसके पूर्व संवर्धन के कुछ प्रयासों के चलते संख्या में बढ़ोतरी हुई थी लेकिन गत वर्षों में बड़ी संख्या में सारसों की मौत होने से जिले में सारस की संख्या घट रही थी जिसमें मुख्य रूप से सारस का काल हाई वोल्टेज विद्युत लाइन बन रही है।
इसी प्रकार का एक मामला गोंदिया वन परी क्षेत्र के अंतर्गत रावणवाड़ी बिट के ग्राम माकड़ी में 26 मार्च की सुबह 8:00 से 9:00 बजे के दौरान सामने आया जिसमें परवाज के लिए निकले पांच माह के सारस की 11 केवी हाई वोल्टेज विद्युत लाइन की चपेट में आकर मौत हो गई।

उल्लेखनीय है कि इस सारस परिवार की निगरानी गोंदिया वन परिक्षेत्र द्वारा निरंतर की जा रही थी जिसमें जिओ टेकिंग करने के साथ ही उसके दो सावकों को रिंग लगाई गई थी मृतक सारस के रिंग का नंबर : M00772 था।
इस सारस के माता-पिता ने अगस्त 28 को अंडा दिया था जिसमें से 29 अगस्त को इस सारस का अंडे से जन्म हुआ जिसकी निरंतर निगरानी वन विभाग द्वारा की जा रही थी। टेकिंग वह बच्चों को रिंग मुंबई नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी वह गोंदिया वन परी क्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से नवंबर माह में लगाई गई थी।

हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आकर सारस की मौत होने पर गोंदिया वन परी क्षेत्र के अधिकारी दिलीप कौशिक घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक सारस को गोंदिया के पशु वैदिक की चिकित्सालय में लाया गया तथा उसका पोस्टमार्टम कर शासन के नियम अनुसार अंतिम संस्कार किया गया।

उच्च न्यायालय के आदेश का पालन नहीं
गोंदिया जिले में सारस संरक्षण व संवर्धन को लेकर मुंबई हाई कोर्ट के नागपुर बेंच में जनहित याचिका दायर की गई थी जिसके अंतर्गत न्यायालय द्वारा फैसला देते हुए गोंदिया के जिलाधिकारी व वन विभाग को सारस संवर्धन के लिए आदेश दिया था कि इसके लिए तत्काल उपाय योजना कर संवर्धन का कार्य किया जाए। जिसमें महावितरण द्वारा सारस के निवास क्षेत्र में गुजरने वाली हाई वोल्टेज लाइन को आइसोलेट करना ,कृषि विभाग द्वारा किसानों में जन जागृति वह सारस के निवास स्थान परिसर में कीटनाशक दवाइयां का इस्तेमाल न करने तथा जिला अधिकारी कार्यालय द्वारा विभिन्न उपयोजना के निर्देश दिए थे लेकिन देखने में आ रहा है कि विभागों के आपसी समन्वय न होने के चलते न्यायालय के आदेश का पालन उचित तरीके से नहीं नहीं किया जा रहा है।

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