बुलंद गोंदिया। छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर में कुछ लोगों द्वारा पट्टेदार शेर की खाल खरीदी थी। जिन्हें बीजापुर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा 6 जुलाई को बाघ की खाल व नाखून के साथ गिरफ्तार किया जांच में जानकारी प्राप्त हुई कि शेर का शिकार गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के शेरपार जंगल से किया गया तथा वही के शिकारियों से खरीदा गया जिसके पश्चात इस मामले में छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा शिकारी व खाल खरीदने वाले 20 आरोपियों को हिरासत में लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला इस प्रकार है कि गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के मुख्य आरोपियों द्वारा पट्टेदार शेर का करंट लगाकर शिकार किया था। शिकार के पश्चात शेर की खाल, नाखून, हड्डी व अन्य सामग्री की बिक्री आमगांव तहसील के आरोपियों के सहयोग से छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर के सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर अमित झा व उसके अन्य सहयोगियों को की थी।
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इसकी जानकारी छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर वन विभाग के अधिकारियों को मिलते ही 6 जुलाई को शेर की खाल व अन्य सामग्री मूंछ के बाल, हड्डी, नाखून सहित खरीदी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की जिस पर आरोपियों द्वारा जानकारी दिया गया कि गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के शिकारियों द्वारा शेर का शिकार कर किया गया व उनके सहयोगियों के माध्यम से खाल व अन्य साहित्य की खरीदी की गई।
जिसके पश्चात बीजापुर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई कर शिकार करने वाले मुख्य आरोपी सालिक मरकाम उम्र 55 वर्ष कोसाटोला/मुरुपार निवासी, सूरज मरकाम उम्र 45 वर्ष कोसाटोला/मुरुपार, जियालाल मरकाम नवाटोला सालेकसा इन तीनों को गिरफ्तार किया।
जिन्होंने स्वीकार किया कि करंट लगाकर शेर का शिकार किया है तथा जांच में घटनास्थल से शिकार किए गए शेर के अवशेष भी मिले।
तीनों आरोपियों को शेर की खाल की बिक्री में मदद करने वाले अन्य आरोपियों में गेंदलाल भोयर उम्र 55 वर्ष लभानधारणी, तुकाराम बघेले 59,भाडीपार, अंगराज कटरे 67 दरबडा,वामन फुंडे 60,सिंधीटोला इन चार आरोपियों को सालेकसा तहसील से गिरफ्तार किया गया।
अन्य आरोपी आमगांव तहसील निवासीशामराव शिवनकर उम्र 53 वर्ष, रेलवे में नौकरी करने वाला जितेंद्र पंडित नालंदा बिहार निवासी हा.मु आमगांव निवासी, यादवराव पंधरे बोदरा जि. भंडारा, अशोक खोटेले 50,गुदमा गोंदिया से कुल 11 आरोपियों को बीजापुर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार कर बीजापुर छत्तीसगढ़ ले जाया गया है।
उपरोक्त प्रकरण में खरीदी व शिकार तथा बिक्री करने वाले कुल 20 आरोपियों को वन विभाग द्वारा हिरासत में लिया गया है।
जिले में शेर का शिकार गोंदिया वन विभाग को जानकारी नहीं
गोंदिया जिले में संरक्षित वन क्षेत्र टाइगर रिजर्व एनएनटीआर है जिस में शेरों की संख्या बढ़ाने के लिए शासन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं किंतु जिले में शिकारियों की टोली सक्रिय है जिसकी जानकारी गोंदिया वन विभाग को नहीं है तथा शेर के शिकार जैसे गंभीर मामले की भी जानकारी ना होना व छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा इस मामले का खुलासा करना यह गोंदिया वन विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह निर्माण लगा रहा है।
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