सालेकसा तहसील की समृद्ध किसान शेती उद्योग साधन सामाग्री पुरवठा व खरीदी बिक्री सेवा सहकारी संस्था का घोटाला
बुलंद गोंदिया। जिले के सालेकसा तहसील में करार की गई संस्था द्वारा किसानों से शासकीय समर्थन मूल्य पर खरीदी किया गया करीब 8 हजार क्विंटल धान कीमत अंदाजन 1 करोड़ 50 लाख का मिलिंग के लिए मिलर्स को न देते हुए संस्था द्वारा अफरातफरी करने का बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले पर जिला मार्केटिंग अधिकारी ने सालेकसा थाने में जांच के बाद लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई है।
करोड़ो का धान घोटाला सालेकसा तहसील के समृद्ध किसान शेती उद्योग साधन सामाग्री पुरवठा व खरीदी बिक्री सेवा सहकारी संस्था द्वारा किये जाने का मामला सामने आया है। जिला मार्केटिंग अधिकारी द्वारा डीओ के आधार पर संस्था ने धान मिलर्स को दिया नही, जिसकी शिकायत डीएमओ को मिलर्स ने की थी।
इस मामले पर डीएमओ मनोज बाजपेयी ने संस्था को पत्र देकर जवाब मांगा था, पर संस्था ने कोई जवाब नही दिया। आखिरकार डीएमओ ने अपने सहकारी सहायक निबंधक श्रेणी-1 संजय गायधने, सहायक जिला पुरवठा अधिकारी श्रेणी 1 धनंजय देशमुख, कार्यालय सहायक डीएमओ ज्ञानदेव तनपुरे, ठेका कर्मचारी हरीश चेटुले व अन्य कर्मियों के साथ 13 अक्टूबर 2022 को दोपहर 4 बजे संस्था के साकरीटोला एवं रोंढा के गोदाम में जांच पड़ताल की।
जांच के दौरान दोनों गोदामों में सरकार के शासकीय समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदा गया 8 हजार क्विंटल धान, जिसकी किंमत 1 करोड़ 55 लाख 20 हजार रुपये नहीं पाया गया।
पंचनामे में ये जानकारी सामने आई कि संस्था के अध्यक्ष ने संचालक मंडल, व्यवस्थापक व ग्रेडर के साथ मिलीभगत कर शासन के खरीदी धान की अफरातफरी की व धोखाधड़ी की।
इस मामले पर डीएमओ ने संस्था के अध्यक्ष वासुदेव चुटे, संचालक में भोजलाल बघेले, घनश्याम बहेकार, रोशनलाल राणे, प्रेमलाल तुरकर, घनश्याम नागपुरे, राजेन्द्र बहेकार, खेमराज उपराडे, डालचंद मोहारे, ज्ञानीराम नोनारे, उमेश वलथरे, सौ वंदना अंबादे, सौ लीलाबाई धुर्वे, व्यवस्थापक जगदीश खोब्रागडे व ग्रेडर अजय फुंडे पर शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की हैं।