जंगली हाथियों के झुंड के हमले में एक किसान की मौत एक गंभीर जख्मी नवेगांव बांध वन परिक्षेत्र के तिड़का जब्बरखेड़ा परिसर की घटना

बुलंद गोंदिया। (संवाददाता अर्जुनी मोरगांव)- गोंदिया जिले में गत 15 दिनों से जंगली हाथियों के झुंड ने प्रवेश किया है तथा 29 सितंबर से उनका झुंड नवेगांव बांध वनपरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तिड़का जब्बर टोला परिसर के वन क्षेत्र में बना हुआ है। जिसमें जंगली हाथियों के झुंड द्वारा 4 अक्टूबर की सुबह अचानक हमला किए जाने के चलते ग्राम तिड़का निवासी सुरेंद्र जेठू कढ़ईबाग उम्र 55 वर्ष आदिवासी किसान की घटनास्थल पर ही मौत हो गई तथा जवरू कोरेटी उम्र 45 वर्ष किसान जख्मी हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के जंगलों से हाथियों का एक झुंड गडचिरोली होते हुए करीब 15 दिनों पूर्व गोंदिया जिले की सीमा में पहुंचकर वन क्षेत्र परिसर में अपना डेरा जमाया हुआ है। तथा 29 सितंबर से अर्जुनी मोरगांव तहसील के तिड़का आदिवासी परिसर में अपना डेरा बनाया हुआ है।
उपरोक्त आदिवासी क्षेत्र में आजीविका के लिए किसानों द्वारा कृषि का कार्य किया जाता है तथा जंगली हाथियों से होने वाले नुकसान से अपनी फसल को बचाने के लिए तिड़का निवासियों द्वारा वन विभाग की जानकारी के अनुसार 3 अक्टूबर की रात संपूर्ण गांव वाले जमा होकर हाथियों के झुंड को भगाने के लिए डफली बाजे व मशाल लेकर अपनी खेती की रक्षा करने का प्रयास किया था। जिसके चलते हाथियों का झुंड जंगल की दिशा की ओर चला गया।
4 अक्टूबर की सुबह 7:00 बजे के दौरान जंगली हाथियों से कृषि को कितना नुकसान हुआ है जिसे देखने के लिए 25 से 30 आदिवासी किसान खेत परिसर में गए इसी दौरान आराम कर रहे हाथी के झुंड द्वारा नागरिकों के समूह को देखकर अचानक आक्रमण हो गया तथा उन पर हमला कर दिया।
इस हमले में किसान सुरेंद्र कढ़ईबाग की घटना स्थल पर ही मौत हो गई तथा जवरू कोरेटी जख्मी हो गया।
उपरोक्त घटना की जानकारी वन विभाग को प्राप्त होते ही वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे व पुलिस की सहायता से मृतक को नवेगांव बांध के ग्रामीण चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया वह जख्मी को नवेगांव बांध के ग्रामीण चिकित्सालय में दाखिल कराया गया।
ग्रामीणों द्वारा आरोप लगाया गया कि उपरोक्त घटना वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से हुई है तथा उपरोक्त क्षेत्र में जंगली हाथियों के झुंड तथा बाघ व अन्य हिंसक प्राणियों का भय हमेशा बना रहता है जिसका बंदोबस्त वन विभाग द्वारा किया जाए ऐसी मांग आदिवासी किसानों द्वारा की गई। साथ ही इस घटना के दौरान वहां पर वन विभाग के कुछ कर्मचारी भी मौजूद थे लेकिन घटना घटित होते ही वे घटनास्थल से भाग गए थे जिसका आरोप भी ग्रामीणों द्वारा लगाकर भागने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
जंगली हाथियों के हमले में मरने वाले किसान के परिजनों को तत्काल शासकीय सहायता दे -पालक मंत्री
जंगली हाथियों के झुंड को वापस भेजने की करें उपाय योजना
गोंदिया वन विभाग के अंतर्गत आने वाले नवेगांव बांध वन परिक्षेत्र के जब्बार टोला के कक्ष क्रमांक 197 के संरक्षित वन क्षेत्र में 4 अक्टूबर 2022 की सुबह 7:00 बजे जंगली हाथी के हमले में मृतक किसान सुरेंद्र कढ़ईबाग उम्र 55 वर्ष के परिजनों को तत्काल शासकीय सहायता उपलब्ध कराने तथा जख्मी का उपचार करवाकर उसे भी सहायता उपलब्ध कराने का आदेश गोंदिया जिले के पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार द्वारा वन विभाग को दिया इसके साथ ही वन विभाग को निर्देश दिया है कि उपरोक्त जंगली हाथियों के झुंड को वापस छत्तीसगढ़ राज्य की ओर भेजने के लिए उपाय योजना करें।

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