बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिला धान उत्पादक जिले के रूप में राज्य में पहचाना जाता है जिसमें बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा धान की फसल का उत्पादन किया जाता है जिसे सरकार द्वारा मार्केटिंग फेडरेशन व आदिवासी विकास महामंडल के माध्यम से शुरू किए गए केंद्रों में खरीदी की जाती है, किंतु गत कुछ दिनों से धान खरीदी केंद्रों में भारी घोटाला सामने आ रहा है। इसी के चलते एक मामले में गोंदिया जिले के आने वाला आलेवाडा व गोरे धान खरीदी केंद्रों वह मिलिंग में अनियमितता वह भ्रष्टाचार के चलते गोंदिया जिले के देवरी उप प्रादेशिक व्यवस्थापक आशीष मुलेवार को महाराष्ट्र राज्य आदिवासी विकास महामंडल के व्यवस्थापक संचालक पद से निलंबित किया गया है।
गौरतलब है कि गोंदिया जिले में आधारभूत धान खरीदी केंद्र जिला मार्केटिंग फेडरेशन व आदिवासी विकास महामंडल के माध्यम से की जाती है जिसमें अनेक केंद्रों में बोगस सातबारा के आधार पर धान खरीदी दिखा कर शासन को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है।
इसी के चलते आदिवासी विकास महामंडल मैं प्राप्त शिकायत के आधार पर जांच किए जाने पर देवरी के उप प्रादेशिक व्यवस्थापक आशीष मुलेवार द्वारा 2करोड़ 72लाख 64 हजार 81 रुपए के धान का घोटाला किए जाना किए जाने का मामला साबित हुआ है। इसके साथ ही आरोपी पर धान का स्टाक ना होने वाली संस्थाओं पर कार्रवाई ना करना तथा जांच अधिकारियों पर दबाव बनाना तथा शासन की राशि का नुकसान करना आरोप आदि आरोप सिद्ध हुए हैं। गोंदिया जिले में जिला मार्केटिंग व आदिवासी विकास महामंडल द्वारा धान खरीदी की जाती है जिसके लिए विभाग द्वारा केंद्रों को मान्यता देकर किसानों से धान की खरीदी होती है किन्तु जिले में दोनों महामंडल द्वारा धान खरीदी में अनियमितता किए जाने के मामले की जांच शुरू है।
आदिवासी विकास महामंडल उप प्रादेशिक कार्यालय देवरी द्वारा वर्ष 2020 -21 मे आलेवाडा सेंटर व 2021- 22 में गोरे सेंटर को धान खरीदी का अधिकार दिया गया था, किंतु दोनों केंद्रों में केवल कागजों पर ही धान की खरीदी दिखा कर शासन को करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया जिसमें वर्ष 2020 -21 में आलेवाडा केंद्र में 90लाख 55 लाख 784 रुपए का 4 हजार847.58 क्विंटल धान तथा वर्ष 2021-22 में गोरे केंद्र में एक करोड़ 82 लाख 8 हजार 297 रुपए कीमत का 9हजार 385.72 कुंटल धान इस प्रकार दोनों केंद्रों में 2 करोड़ 72 लाख 64 हजार 81 रुपए की कीमत के धान का घोटाला किया गया।
मिलिंग के लिए राइस मिलर को डीओ दिया लेकिन केंद्र में धान नहीं
आदिवासी विकास महामंडल द्वारा खरीदी किए गए धान की मिलिंग के लिए प्रादेशिक व्यवस्थापक भंडारा द्वारा राइस मिलर को डीओ दिया किंतु जब राइस मिलर द्वारा उपरोक्त केंद्र में धान के लिए पहुंचे तो वहां पर धान था ही नहीं जिसकी शिकायत किए जाने पर व्यवस्थापक संचालक आशीष मुलेवार द्वारा दोषी संस्थाओं पर कार्रवाई न कर भ्रष्टाचार किया गया तथा भ्रष्टाचारियों को मदद की गई इसके साथ ही उपरोक्त कामों में मुलेवार की सहायता करने वाले तत्कालीन निरीक्षक एम एस इंगले, प्रतवारीकार व विपणन निरीक्षक सी. डी. जुगनाके इन तीनों पर भी पुलिस में मामला किया जाएगा।
क्लास वन अधिकारी पर कार्रवाई जिले में हड़कंप
आदिवासी विकास महामंडल के व्यवस्थापककिय संचालक क्लास वन अधिकारी पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज होने पर गोंदिया जिले में हड़कंप मचा हुआ है तथा जिले के धान घोटाले में और कितने अधिकारी सामने आते हैं इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है।
38 केंद्रों पर प्रत्येक 1 लाख का जुर्माना
मार्केटिंग फेडरेशन द्वारा रबी मौसम में घोटाला करने वाले 38 धान खरीदी केंद्रों पर प्रत्येक 1लाख का जुर्माना लगाया है। 30 सितंबर तक उपरोक्त जुर्माना भरने की अंतिम तारीख थी।
इस दौरान 38 में से 16 केंद्र केंद्रों द्वारा जुर्माने की राशि भरी गई तथा कुछ केंद्र द्वारा कमीशन में से जुर्माने की राशि काटने के लिए पत्र दिया है। तथा 12 केंद्रों द्वारा किसी भी प्रकार का प्रतिसाद नहीं दिया गया जिसके चलते उपरोक्त केंद्रों से धान खरीदी का अधिकार समाप्त हो जाएगा तथा भविष्य में उनके द्वारा धान खरीदी नहीं की जा सकती।
आदिवासी विकास महामंडल धान खरीदी केंद्रों में घोटाला गोंदिया के उप प्रादेशिक व्यवस्थापक आशीष मुलेवार निलंबित
