विदर्भ राज्य आंदोलन समिति का 7 दिसंबर को धरना आंदोलन

4 जनवरी को बिजली बिल के विरोध में ऊर्जा मंत्री राऊत का घेराव
जिला महिला कार्यकारिणी का गठन
बुलंद गोंदिया। विदर्भ राज्य आंदोलन समिति द्वारा विदर्भ का विकास किसानों के प्रश्न व बेरोजगारों के लिए रोजगार हेतु स्वतंत्र विदर्भ राज्य ही एकमात्र विकल्प है। जिसके लिए विदर्भ राज्य आंदोलन समिति द्वारा निरंतर संघर्ष किया जा रहा है। अलग विदर्भ राज्य मिशन 2023 के अंतर्गत 7 दिसंबर को पूरे विदर्भ में जिला व तहसील स्तर पर धरना आंदोलन किया जाएगा । साथ ही 4 जनवरी को कोरोना काल के दौरान बड़े बिजली बिल के विरोध में राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत के निवास स्थान पर घेराव किया जाएगा। इस प्रकार की जानकारी आंदोलन समिति के मुख्य संयोजक राम नेवले ने गोंदिया में आयोजित सभा में दी। साथ ही विदर्भ महिला आघाड़ी अध्यक्ष रंजना मांमर्डे ने गोंदिया जिला महिला कार्यकारिणी का गठन किया जिसमें जिला अध्यक्ष प्राची सिद्धमछेट्रटीवार, उपाध्यक्ष रजनी वीरेवार,सचिव अर्चना ठवरे, सुनीता ठवरे, नीलिमा गहाने की नियुक्ति की साथ ही इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विदर्भ राज्य का अलग निर्माण होने से सबसे समृद्ध साली राज्य बनने के साथ ही विदर्भ के किसानों, युवाओं, बेरोजगारों को नौकरी मिलेंगे तथा भावी पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगा। आज महाराष्ट्र में रहते हुए सभी दलों के नेताओं द्वारा विदर्भ के साथ अन्याय किया जा रहा है। जिससे यहां का पिछड़ापन लगातार बढ़ रहा है। जबकि वन, खनिज, बिजली आदि संपदा से भरपूर होने के बावजूद इसका लाभ नहीं मिलता यदि विदर्भ राज्य अलग हो जाए तो इन सब चीजों का लाभ यहां के निवासियों को मिलेगा। आयोजित सभा के अवसर पर पार्षद सुनील तिवारी, पार्षद भावना कदम, पन्नालाल ठाकरे, वंदना पाठक, गीता तिवारी, अर्चना ठाकरे सहित बड़ी संख्या में महिला युवती व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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