बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले के तिरोड़ा तहसील के अंतर्गत आने वाले मुंडीकोटा के समीप स्थित ग्राम भंबोडी में एक किसान के खेत से पत्थर की मूर्तियां निकलने की अफवाह फैलते हि खेत परिसर में बड़ी संख्या में नागरिकों की भीड़ जमा होकर अंधश्रद्धा के चलते पूजन कार्य शुरू हो गया था। लेकिन इसकी जानकारी अंधश्रद्धा निवारण समिति को मिलते ही समिति के कार्यकर्ता अतित डोंगरे घटनास्थल पर पहुंचकर अपने सहयोगी सरपंच कमलेश अथिलकर, पूर्व सरपंच चंदू लिल्हारे, सामाजिक कार्यकर्ता सुनील अटराहे के साथ पहुंचकर मामले की जांच शुरू की तो उन्हें वहां दिखाई दिया कि ग्राम के किसान सुरेश तिरोड़े के खेत परिसर में पत्थर जैसी वस्तु दिखाई दे रही है। जिसकी जांच कर हाथ लगाने पर पता लगा कि वह पत्थर जैसी दिखने वाली वनस्पति है तथा वह हाथ लगाते से ही टूट रही हैं । इसके पूर्व अफवाह के अनुसार व ठोस पत्थर की होने के साथ ही टन टन आवाज करने के साथ ही रंग बदल रही है। लेकिन इसका खुलासा होते ही अंधश्रद्धा का मामला सामने आया तथा लोगों के झूठे दावे की पोल खुल गई। उल्लेखनीय है कि बारिश के दिनों में मशरूम,भंबोरी या अन्य जंगली वनस्पतियां उगाती है। जो पत्थर या अन्य किसी वस्तु जैसी होने का भ्रम निर्माण करती है।