बुलंद गोंदिया। बैल पोला पर्व किसानों का महापर्व होता है। कृषि कार्य के समापन होने पर बैलों का पूजन कर बैल पोला प्रतिवर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन गत 2 वर्षों से कोरोना संक्रमण के चलते इस पर्व पर भी इसका असर साफ दिखाई दिया हालांकि गत कुछ समय से कोरोना संक्रमण कम है। लेकिन फिर भी प्रशासन द्वारा सावधानी के तौर पर भीड़ भाड़ भरे आयोजनों को मंजूरी नहीं दी जा रही है ।जिसके चलते सोमवार 6 सितंबर को जिले के विभिन्न स्थानों पर पोला पर्व सादगी पूर्ण तरीके से आयोजित कर मनाया गया।
शहर के मरार टोली परिसर में अनेक वर्षों से बैल पोला का आयोजन किया जाता है इस कार्यक्रम का आयोजन परिसर के नागरिकों के साथ-साथ गोविंद भावनारायण भाव संडे परिवार द्वारा भी किया जाता है जिसके चलते इस वर्ष सचिन गोविंद भाऊ संडे के मार्गदर्शन में पुणे का शांतिपूर्ण तरीके से आयोजन किया गया।
गोंदिया शहर से लगे ग्राम मुर्री में भी पोले का आयोजन किया गया लेकिन गत वर्षों की तुलना में इस बार सादगी पूर्ण तरीके से मनाते हुए सिर्फ सीमित बैल की जोड़ियां ग्राम पंचायत परिसर में जमा हुई जहां ग्राम के वरिष्ठ व गणमान्य नागरिकों द्वारा बैल जोड़ी का पूजन किया गया।
अर्जुनी मोरगांव तहसील में भी बैल पोला का आयोजन किया गया लेकिन इस वर्ष बैल जोड़ी की कमी के चलते ग्रहणीयों को बैलों के पूजन करने व भोजन देने के लिए काफी इंतजार करना पड़ा संक्रमण के चलते वैसे ही आयोजित कार्यक्रम में बैलों की संख्या कम रही लेकिन गत कुछ वर्षों से पशुधन की भी संख्या कम होने से इसका असर साफ दिखाई दे रहा है क्योंकि अब कृषि कार्य दिनोंदिन आधुनिक मशीनों के माध्यम से किया जा रहा है जिसके चलते बैल जोड़ी की संख्या कम हो रही है।