तहसीलदार व पटवारी के आशीर्वाद से अवैध खनन माफिया राजस्व को लगा रहे चुना, जिलाधिकारी को पत्र देकर कार्रवाई की मांग
बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले में बड़े पैमाने पर शासन से लीज की मंजूरी ना लेकर ईट भट्टे चल रहे हैं । जिसमें गोरेगांव तहसील मैं बड़े पैमाने पर अनाधिकृत रूप से चल रहे ईट भट्टों की शिकायत तहसीलदार गोरेगांव से किए जाने पर भी कार्यवाही ना होने पर इस संदर्भ में बजरंग सेना जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा द्वारा जिलाधिकारी को पत्र लिखकर शासन को चूना लगा रहे खनन कार्रवाई करने की मांग की है।
गौरतलब है कि गोंदिया जिले में गौण खनिज प्रचुर प्रमाण में उपलब्ध है लेकिन नक्षलग्रस्त जिला होने के चलते ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक रोजगार से वंचित है। साथ ही गत वर्ष से चल रहे हैं लॉकडाउन से गरीब मजदूरों पर भुखमरी की नौबत आ रही है।वहीं दूसरी ओर कुछ खनन माफिया द्वारा तहसीलदार व पटवारी स्तर के अधिकारियों से सांठगांठ कर बिना शासन की मंजूरी व राजस्व जमा करवाए बिना अवैध रूप से गौण खनिज का उत्खनन कर रहे हैं। साथ ही शासन के नियमों के बाहर बिना मंजूरी के बड़े पैमाने पर ईट भट्टे शुरू है। जिसमें गोरेगांव तहसील के अंतर्गत चल रहे अवैध ईट भट्टों की सूची सहित गोरेगांव के तहसीलदार को शिकायत की गई थी लेकिन उसके बावजूद प्रशासन द्वारा उन पर कार्रवाई नहीं किए जाने से उनके हौसले बुलंद हो रहे हैं। साथ ही इस संदर्भ में जानकारी प्राप्त हुई की अवैध उत्खनन करने वालों को तहसीलदार व पटवारी स्तर के अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त होने से वे शासन के राजस्व को साथ ही गोंदिया तहसील में शासन द्वारा मात्र 18 ईट भट्टा को मंजूरी दी गई है लेकिन तहसील में अनाधिकृत रूप से डेढ़ सौ से अधिक ईट भट्टे चल रहे हैं। इसी प्रकार का नजारा पूरे जिले में दिखाई दे रहा है इसके साथ ही अन्य गौण खनिज का भी उत्खनन खनन माफिया द्वारा बड़े पैमाने पर शासन से बिना मंजूरी के बिना रॉयल्टी के चल रहा है। उपरोक्त मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने मांग गोंदिया जिला बजरंग सेना के जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा द्वारा जिला अधिकारी को पत्र लिखकर की है।
अनाधिकृत रूप से चल रहे ईट भट्टे तहसीलदार को शिकायत देने पर भी कार्रवाई नहीं -बजरंग सेना जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा
