राइस मिलर्स की 23 दिनों से चल रही हड़ताल शासन और प्रशासन नींद में

बुलंद गोंदिया। पूर्वी विदर्भ गोंदिया भंडारा नागपुर के करीब 700 राइस मिलर्स 23 दिनों से कस्टम मिलिंग का काम बंद कर हड़ताल कर रहे हैं। लेकिन अब तक शासन व प्रशासन द्वारा इस और अनदेखी की जा रही है। विशेष यह है कि शासन द्वारा 40 रु प्रति क्विंटल मिलिंग दर से कम कर 10 रु प्रति क्विंटल कर दी है। तथा इस वर्ष आधारभूत सेंटरों में हल्का धान लिया जा रहा, जिससे मिलर्स ने टेस्ट मिलिंग की मांग की है। साथ ही गत 3 से 4 वर्षों से मीलिंग, ट्रांसपोर्टिंग का पैसा नहीं मिला है। उपरोक्त मांगे जब तक शासन द्वारा पूरी नहीं की जाती तब तक राइस मिलर कस्टम मिलिंग नहीं करेंगे। उल्लेखनीय है कि जिले में अन्य राज्यों से राइस मिलर्स धान खरीद कर चावल का निर्माण कर उपरोक्त चावल विदेश व अन्य प्रांतों में भेजता है। लेकिन जिले में बाहरी राज्यों से आने वाले धान पर भी शासन ने रोक लगाकर जिले के राइस मिल व्यवसाय को खत्म करने का कदम उठाया है। जिससे राइस उद्योग खत्म होने की स्थिति में पहुंच रहा है। जिसके चलते हजारों कामगारों पर भुखमरी का संकट निर्माण हो रहा है। साथ ही ट्रांसपोर्ट व व्यवसाय से संबंधित अन्य व्यवसाय में लगे मजदूरों पर भी बेरोजगारी की स्थिति निर्माण हो रही है। .

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