बिरसी विमानतल प्राधिकरण के खिलाफ सुरक्षाकर्मियों का अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन

बिना किसी सूचना के सुरक्षाकर्मियों को निकाला नौकरी से
बुलंद गोंदिया।( महेंद्र गजभिए)- गोंदिया तहसील अंतर्गत ग्राम बिरसी में बिरसी विमानतल प्राधिकरण द्वारा सुरक्षाकर्मियों को बिना किसी कारण बताओ नोटिस व सूचना दिए 1 जनवरी को काम से निकाल दिया। जिसके चलते 19 जनवरी मंगलवार को सभी सुरक्षाकर्मी अपने परिवार के साथ विमानतल के गेट पर अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन शुरू किया। इस मामले में आंदोलनकारियों ने जानकारी दी कि वर्ष 2007 में बिरसी विमानतल के विस्तारीकरण का कार्य शुरू होने के पश्चात स्थानीय नागरिकों को सुरक्षाकर्मियों के रूप में कार्य दिया गया था। किंतु प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा डी.जी.आर कानून की जानकारी नहीं दी थी लेकिन अब उपरोक्त कानून का उपयोग कर सभी सुरक्षाकर्मियों को काम से बंद कर दिया गया है। जिससे उनके समक्ष बेरोजगारी व आर्थिक संकट निर्माण हो गया। विशेष यह है कि आंदोलन के दौरान सुरक्षाकर्मी अपने परिवारों के साथ आंदोलन में शामिल है जिसमें छोटे मासूम बच्चे भी शामिल है। सुरक्षा कर्मियों के आंदोलन के संदर्भ में यदि विमानतल प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द हल नहीं निकाला गया तो उपरोक्त आंदोलन चलता रहेगा। आंदोलनकारियों से संग्राम परिषद के संयोजक सतीश बनसोडे, कार्यवाहक सुरेंद्र महाजन, तहसील अध्यक्ष प्रकाश वासनिक, राजू राहुलकर, वंचित बहुजन आघाडी के तहसील अध्यक्ष नरेंद्र बोरकर, महेंद्र गजभिए, आम आदमी पार्टी के पुरुषोत्तम मोदी उमेश दमाहे मोगरा के सरपंच दिलीप मुंडले ने भेंट देकर अपना समर्थन दिया है। इस मामले में विशाल सुरक्षा मजदूर संघ के अध्यक्ष अनिल भंडारकर ने कहा कि विमानतल प्रशासन द्वारा उन पर अन्याय किया जा रहा है। जिससे उन पर भुखमरी का संकट निर्माण हो गया जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा तब तक आंदोलन अनिश्चितकालीन तक समय तक चलता रहेगा।

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