तेंदुए का और एक मिला शव, गोरेगांव वन परीक्षेत्र अंतर्गत वन्यजीवों का शिकार

दो दिनों में 2 तेंदुए व एक नीलगाय के शिकार का मामला
बुलंद गोंदिया। गोरेगांव वन परीक्षेत्र अंतर्गत आने वाले तिल्ली- मोहगांव परिसर में 4 जनवरी को और एक तेंदुए का शव 3 जनवरी को मिले शव से 50 मीटर की दूरी पर प्राप्त हुआ है। जिसके भी दोनों पंजे वह सिर कटा हुआ है। इसके पूर्व रविवार 3 जनवरी को एक खेत परिसर के कुएं में तेंदुए का सिर विहीन व सामने दोनों पंजे कटा हुआ धड़ मिला था। जिसकी जानकारी एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा वन विभाग को दी गई थी। जिसके पश्चात सोमवार को परिसर में तलाशी अभियान चलाए जाने पर दूसरे तेंदुए का भी उसी अवस्था में एक और शव बरामद हुआ साथ ही नीलगाय का सिर्फ कटा हुआ सिर ही मिला है जिससे पूर्ण रूप से शिकार की संभावना जताई जा रही है। साथ ही इस शिकार में जादू टोना के मामले से भी इंकार नहीं किया जा सकता । गोंदिया जिले के वनों को संरक्षित वन क्षेत्र का दर्जा प्राप्त होने के पश्चात वन्यजीवों की संख्या में गत कुछ वर्षों में बढ़ोतरी हो रही है। जिसके चलते अब शिकार की भी घटनाएं बड़े पैमाने पर सामने आ रही है। इसके 1 माह पूर्व ही गोंदिया वन परीक्षेत्र अंतर्गत चुटिया-लोधी टोला के एक खेत में शेर का शिकार किया गया था।जिसके चलते अब वन विभाग को शिकारियों पर लगाम लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है,अन्यथा भविष्य में वन्यजीवों का शिकार और बड़े पैमाने पर हो सकता है। फिलहाल उपरोक्त मामले में मृत तेंदुए का शव विच्छेदन कर आगे की जांच उप वन संरक्षक कुलराज सिंग, सहायक वन संरक्षक एस. एस सदगीर मानद वन्य जीववनरक्षक मुकुंद धुर्वे के मार्गदर्शन में गोरेगांव के वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रवीण साठवने द्वारा की जा रही है।

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