बुलंद गोंदिया। गोंदिया की जिला क्रीड़ा अधिकारी श्रीमती नंदा नंदा खरपुड़े द्वारा गोंदिया में खेल सामग्री निविदा में भारी घोटाला करने का मामला सामने आने पर कीड़ा व युवक सेवा सहसंचालक द्वारा नंदा नंदा खरपुड़े को निलंबित करने का आदेश 13 मई 2025 जारी किया गया।
गौरतलब है की गोंदिया की जिला क्रीड़ा अधिकारी नंदा खरपुड़े अपने संपूर्ण कार्यकाल में भ्रष्टाचार का प्रतीक बनी हुई है वह जहां भी कार्यरत रहती है खेल सामग्री खरीदी में नियमों का उल्लंघन कर निविदा प्रक्रिया व भारी रिश्वतखोरी का आलम मचा रखती है।
इसके पूर्व भी जिला क्रीड़ा अधिकारी नंदा नंदा खरपुड़े पर 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का मामला दर्ज है तथा अनावश्यक करोड़ों रुपए की खेल सामग्री की टेंडर प्रक्रिया करने के मामले भी दर्ज है।
इसी प्रकार का एक मामला गोंदिया क्रीड़ा अधिकारी रहते हुए सामने आया जिसमें क्रीड़ा संचालक द्वारा दिए गए आदेशों का पालन न करते हुए खेल सामग्री की निविदा प्रक्रिया कर खेल सामग्री की खरीदी का आदेश दिया जिसकी शिकायत कीड़ा व युवक सेवा संचनालय महाराष्ट्र शासन को प्राप्त होने पर इसकी जांच किए जाने पर नंदा खरपुड़े प्राथमिक रूप से दोषी पाई गई।
जिसके चलते महाराष्ट्र शासन नागरिक सेवा नियम व अपील नियम 1979 के नियम 4 के अनुसार उप नियम 1 खंड अ के अनुसार जिला क्रीड़ा अधिकारी को निलंबित करने का आदेश सहसंचालक कीड़ा व युवक सेवा महाराष्ट्र द्वारा जारी किया गया है। तथा आदेश में उल्लेख किया गया है कि आगामी आदेश तक वे निलंबित रहेगी तथा इस दौरान वे किसी भी प्रकार की निजी नौकरी अथवा व्यवसाय नहीं करेंगी अन्यथा वे दंड की अधिकारी होगी।
2 लाख रूपए की रिश्वत का मामला
बीड़ की जिला क्रीड़ा अधिकारी रहते हुए सात व्यायम शालाओं को अनुदान देने के लिए 2 लाख रूपए की रिश्वत की मांग की थी जिसमें अपने परिचर के माध्यम से 80000 की रिश्वत स्वीकार की थी। इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा लातूर स्थित निवास स्थान पर तलाशी कर 11 लाख 37000 की नगद व जेवरात जप्त किया था।
लाखों रुपए की अनावश्यक खेल सामग्री की खरीदी
यवतमाल में जिला कीड़ा अधिकारी रहते हुए जिमनास्टिक प्रशिक्षक वह खिलाड़ियों के ना होते हुए भी 95 लाख रुपए की सामग्री खरीद कर लाखों रुपए की रिश्वत का खुला खेल खरपुड़े द्वारा खेला गया था जिसकी भी जांच की जा रही है।
गोंदिया में भी विवादास्पद कार्यकाल
गोंदिया में भी जिला कीड़ा अधिकारी नंदा खरपुड़े का विवादास्पद कार्यकाल है खेल सामग्री की खरीदी में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार वह रिश्वत की मांग के साथ मनमाने तरीके से कीड़ा संकुल में आदेश जारी करने के मामले भी सामने आए थे जिससे शहर के खिलाड़ियों को काफी परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है।