टायगर के हमले में मोहा फूल चुनने गई महिला की मौत,गोठनगांव वन परिक्षेत्र के शिवरामटोला जंगल परिसर की घटना

बुलंद गोंदिया। अर्जुनी मोरगांव तहसील के अंतर्गत आने वाले गोठनगांव वन परिक्षेत्र के शिवरामटोला निवासी मृतक महिला अनसूया धानु कोल्हे जंगल परिसर में मोहा फूल चुने गई थी। इसी दौरान पट्टेदार टायगर के हमले में उसकी मौत हो गई उपरोक्त घटना रविवार 23 मार्च की सुबह 7:00 से 8:00 बजे के दौरान घटित हुई।

गौरतलब है की गोंदिया जिला वन क्षेत्र से आच्छादित है तथा संरक्षित वन क्षेत्र होने से हिंसक व वन्यजीवों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है जिससे आए दिन वन्य जीव मानव संघर्ष की घटना सामने आ रही है।
जिसमें वन क्षेत्र से लगे ग्रामों के नागरिकों की मौत व जख्मी होने के मामले बढ़रहे हैं जिसमें मोहा फूल, तेंदूपत्ता तुड़ाई, ग्रीष्मकाल के समय इस प्रकार की घटनाओ में इजाफा होता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोठनगांव वन परिक्षेत्र वह वन विकास महामंडल के अंतर्गत आने वाले शिवरामटोला के समीप शिवराम टोला निवासी महिला अनसूया धानु कोल्हे उम्र अंदाजन 50 वर्ष यह सुबह के दौरान समीप के वन विकास महामंडल के कक्ष क्रमांक 332 जंगल परिसर में मोहा फूल संकलन करने के लिए गई थी। 7:00 से 8:00 बजे के दौरान पट्टेदार शेर द्वारा पीछे से उस पर हमला कर करीब 100 मीटर तक घसीटते हुए ले गया।
टायगर के इस इस हमले में महिला की मौत हो गई तथा महिला के शव के समीप करीब 3 घंटे तक शेर आसन जमा कर बैठा रहा।
इस घटना की जानकारी ग्राम के नागरिको को मिलते ही बड़ी संख्या में नागरिक घटनास्थल पर पहुंचे तथा हमलावर शेर को देखा ।
वन विभाग के रेस्क्यू दल को करीब 3 घंटे से अधिक का समय शेर को घटनास्थल से मृतक महिला के साहू के पास से हटाने में लगा।

उल्लेखनीय है कि वह हमलावर शेर बार-बार घटनास्थल की ओर वापस आ रहा था जिससे उसे पिंजरे में कैद करने की मांग नागरिकों द्वारा की गई है हमलावर शेर के हटने के पश्चात मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केसोरी में भेजा गया।

इस घटना से शिवराम टोला ग्राम में शोक का वातावरण निर्माण हो गया तथा इस हमलावर शेर की दहशत निर्माण हो गई।
वन विभाग द्वारा नागरिकों से आवाहन किया गया कि वह अकेले जंगल की ओर न जाए समाचार लिखे जाने तक वन विभाग व वन विकास महामंडल द्वारा इस मामले में क्या कार्रवाई की गई इसकी जानकारी नहीं मिल पाई।

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