बुलंद गोंदिया। भारतीय रेल दुनिया में सबसे बड़ी रेल सेवा में मानी जाती है जिसमें कभी-कभी दुर्घटना भी घटित हो जाती है इस दौरान यात्रियों के जान माल की रक्षा वह उन्हें तत्काल सहायता उपलब्ध कराना ही रेलवे प्रशासन का मुख्य लक्ष्य है यह कथन नागपुर रेल मंडल के डीआरएम दीपक कुमार गुप्ता द्वारा गोंदिया जंक्शन में आयोजित मेगा मॉकड्रिलके अवसर पर कहा।
गौरतलब है कि भारतीय रेल सेवा दुनिया की सबसे बड़ी सेवा है जिसमें लाखों ट्रेन प्रतिदिन चलने के साथ ही करोड़ों यात्री इसमें यात्रा करते हैं जिनकी जानमाल की सुरक्षा करना भी रेलवे प्रशासन की मुख्य जिम्मेदारियां में शामिल है। जिसके लिए रेलवे प्रशासन द्वारा समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाती है हालांकि यह मॉकड्रिल रेलवे प्रशासन द्वारा साल में चार बार रेलवे कर्मचारियों के साथ आयोजित होती है लेकिन समय-समय पर मेगा मॉकड्रिल एनडीआरएफ वह स्थानीय रेलवे प्रशासन एनडीआरएफ व रेलवे प्रशासन की सभी यंत्रणा व स्थानीय प्रशासन के साथ आयोजित की जाती है।
5 वर्षों के बाद गोंदिया में 09 जनवरी 2025 को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर रेल मंडल के डीआरएम दीपक कुमार गुप्ता के नेतृत्व मेंआयोजित मेगामॉकड्रिल गोंदिया के लोको सेंड में आयोजित की गई थी। जिसमें जानकारी दी गई की जबलपुर से गोंदिया की ओर आने वाली पैसेंजर ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई है जिसकी एक बोगी में 30 यात्री फंसे हुए हैं जिन्हें तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए गोंदिया से रिलीफ ट्रेन वह सभी यंत्रणा को रवाना किया गया।
इस दुर्घटना में 30 यात्री यो में से दो यात्रियों की मौत, 3 गंभीर जख्मी वह 11 मामूली जख्मी हुए तथा शेष 15 यात्रियों को मामूली चोटे आने पर प्राथमिक उपचार उपचार किया गया तथा गंभीर ज़ख्मियों को जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए भेजा गया।
इस हादसे में रेलवे प्रशासन के नियमानुसार मृतकों को वह ज़ख्मियों को सहायता राशि घोषित की गई।
. गोंदिया जंक्शन पर आयोजित मेगा मॉक ड्रिल नागपुर डिवीजन के डीआरएम दीपक कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में आयोजित की गई थी इस मार्ग ड्रिल में एनडीआरएफ के 25 जवान, पुलिस व स्वास्थ्य प्रशासन के कर्मचारियों सहित डेढ़ समेत 150 कर्मचारी शामिल हुए।
उल्लेखनीय की रेलवे प्रशासन द्वारा अपनी समस्त यंत्रना की सजगता की जांच के लिए समय-समय पर यह मॉक ड्रिल की जाती है तथा एक निश्चित अंतराल पर मेगा मॉकड्रिल का आयोजन होता है जिसमें समस्त यंत्रणाओं की चुस्ती फुर्ती वह आपदा के समय यात्रियों को सहायता उपलब्ध कराने की तत्परता परखने के लिए आयोजित की जाती है।