बुलंद गोंदिया। (संवाददाता दर्रेकसा) –गोंदिया जिले के अंतर्गत आने वाली सालेकसा तहसील आदिवासी बहुल होने के साथ विकास से कोसों दूर है जिस पर प्रशासन द्वारा आए दिन गलत नियोजन कर क्षेत्र में निवास करने वाले आदिवासी नागरिकों के साथ अन्याय किया जा रहा है। इसी प्रकार का एक मामला जिसमें आमगांव- सालेकसा मार्ग पर बाघ नदी के जर्जर पुल पर बेरिकेट लगाकर बंद किया गया जिसकी पर्याय व्यवस्था नहीं होने से बस यातायात बाधित हो गया जिससे क्षेत्र की बेटियां छात्र शिक्षा से वंचित होने के साथ ही क्षेत्र के नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है व विद्यार्थियों का शिक्षा व जनता का आर्थिक नुकसान हो रहा है।
गौरतलब है की गोंदिया जिले की सालेकसा तहसील महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है तथा यह क्षेत्र आदिवासी दुर्गम व नक्सल ग्रस्त होने के चलते हमेशा से ही प्रशासन की उदासीनता इस और दिखाई देती है। जिसमें उपरोक्त क्षेत्र में आज भी अनेक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाई है जिसमें रास्ते ,पानी, बिजली आदि का समावेश है। हाल ही में प्रशासन के गलत नियोजन का खामियाजा स्कूली छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक व जनता को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। आमगांव- सालेकसा मार्ग के मध्य में बाघ नदी का पुल पुराना होने से जर्जर अवस्था में पहुंच गया था। बारिश के दौरान पुल गिरने की संभावना निर्माण हो गई थी जिसे देखते हुए बेरिकेट लगाकर भारी वाहनों को बंद किया गया ,किंतु उपरोक्त मार्ग पर राज्य परिवहन मंडल की बसें भी सालेकसा दर्रेकसा, चांदसूरज वह डोंगरगढ़ आवागमन करती है। जिसमें तहसील के इस मार्ग पर पड़ने वाले अनेक ग्रामों के छात्र-छात्रा वह बेटियां शिक्षा के लिए आमगांव सालेकसा आवागमन करते हैं। किन्तु इस गलत नियोजन के चलते 20 अगस्त से परिवहन महामंडल की बस बंद हो गई है जिससे क्षेत्र की जनता यातायात से वंचित हो गई है तथा प्रशासन द्वारा इसके लिए किसी भी प्रकार की पर्यायी मार्ग की व्यवस्था नहीं की गई।
बारिश के पूर्व पुलिया की स्थिति प्रशासन को क्या दिखाई नहीं दी यह प्रश्न भी क्षेत्र के नागरिकों द्वारा किया जा रहा है तथा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सांसद विधायक भी इस और उदासीन है मात्र चुनाव के समय ही अपनी शकल दिखाते हैं।
इस गंभीर समस्या को देखते हुए तथा जिला मुख्यालय के साथ-साथ छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली इस मुख्य मार्ग को शुरू करने की मांग का पत्र जिला अधिकारी को देकर इस समस्या का निराकरण करने की मांग की जिस परिसर के छात्र-छात्राओं का शैक्षणिक नुकसान व तहसील के सुदूर ग्रामों के नागरिकों को परेशानी ना हो क्योंकि सालेकसा आमगॉव गोंदियापहुंचने का परिवहन महामंडल की बस ही एकमात्र साधन है।