महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले संभा जी भिड़े के खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन आंदोलन के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता वह भिड़े समर्थक आमने-सामने भिड़े एक दूसरे के खिलाफ की नारेबाजी

बुलंद गोंदिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ऊपर मनोहर उर्फ संभाजी भिड़े द्वारा अपमानजनक टिप्पणी किए जाने पर भिड़े के खिलाफ 31 जुलाई सोमवार को गोंदिया जिला कांग्रेस समिति द्वारा गांधी प्रतिमा पर भिड़े के खिलाफ धरना आंदोलन शुरू किया था। इसी दौरान बड़ी संख्या में भिड़े समर्थक भी गांधी प्रतिमा पर पहुंचकर भिड़े के समर्थन में नारेबाजी शुरू की। व कांग्रेसी कार्यकर्ता वह भिड़े समर्थक आमने सामने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी।

गौरतलब है कि शिव प्रतिष्ठान के प्रमुख मनोहर उर्फ संभाजी भिड़े का गत कुछ दिनों से महाराष्ट्र और वह विदर्भ का दौर शुरू है।
जिसमें संभाजी भिड़े का कार्यक्रम गोंदिया के जैन कुशल भवन में भी आयोजित किया गया था इस दौरान भिड़े द्वारा नालायक हिंदू के चलते ऐसा वक्तव्य किया था किंतु उसे वक्तव्य अधिक ध्यान नहीं दिया गया। इसके पश्चात नागपुर के एक कार्यक्रम में भिड़े द्वारा जवाहरलाल नेहरू का आजादी में किसी भी प्रकार का योगदान नहीं है इस बयान पर भी विवाद हुआ था किंतु अमरावती की सभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक बयान देने पर महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी द्वारा उसका विरोध करना शुरू कर दिया, वह संभाजी भिड़े के खिलाफ अमरावती पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई वह वहां मामला दर्ज किया गया।

यह मामला और अधिक गरमाने के पश्चात कांग्रेस द्वारा राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया गया था उसी के अंतर्गत गोंदिया जिला कांग्रेस पक्ष द्वारा महात्मा गांधी प्रतिमा के सामने धरना देकर प्रदर्श न कर रही थी। उसी दौरान शिव प्रतिष्ठान व संभाजी भिड़े के समर्थक बड़ी संख्या में वहां पहुंच गए वह दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे इस स्थिति में गांधी प्रतिमा परिसर का माहौल गर्मा गया तथा तनावपूर्ण स्थिति निर्माण हो गई।

तनावपूर्ण स्थिति निर्माण निर्माण होने पर शहर पुलिस थाने के निरीक्षक सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में पुलिस दल घटना स्थल पर पहुंचकर भिड़े समर्थकों को नारा लगाना बंद करो कहा किंतु भिड़े समर्थक और अधिक आक्रामक हो गए जिसके चलते शहर पुलिस को उन्हें स्थाई रूप से हिरासत में लेकर शहर पुलिस स्टेशन ले जाया गया वह उनके नाम दर्ज करने के पश्चात उन्हें छोड़ा गया।
जिसमें प्रमुख रूप से भिड़े समर्थकों में जेम्स हुड, शीतल दुर्गेश रहांगडाले, धर्मिष्ठा सेंगर, अनूप माणिकपुरी, योगेश पशिने, रिषी नागपुरे, सुशील श्रीवास, सौरभ येरकडे, सौरभ बजाज, यश नंदरधने व 15 से 20 कार्यकर्ताओं का समावेश है।

कांग्रेस पक्ष की ओर से मनोहर उर्फ संभाजी भिड़े द्वारा महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी किए जाने पर उसे भिड़े पर पुलिस कार्यवाही व गिरफ्तारी की मांग को लेकर 31 जुलाई को गांधी प्रतिमा चौक पर धरना आंदोलन किया गया इस दौरान कांग्रेस पक्ष ने कहा कि देश की पहचान सर्व धर्म समभाव की संस्कृति है किंतु इस पहचान को खत्म करने की कोशिश संभाजी भिड़े जैसे मानवता विरोधी प्रवृत्ति के लोग कर रहे हैं इस मांग का निवेदन गांधी प्रतिमा चौक पर तहसीलदार संजय सोनवाने को कांग्रेस पक्ष द्वारा दिया गया।

कांग्रेस की ओर से आंदोलन में इस अवसर पर जिला अध्यक्ष दिलीप बंसोड़, प्रवेश सचिव अमर वराडे, जहीर अहमद, जितेश राणे, सेवादल जिला अध्यक्ष राजीव ठकरेले, एड. योगेश अग्रवाल, नीलम हलमारे, आलोक मोहंती, हरीश तुलसकर, रेवा पटले, प्रीति रामटेके, भारती खापर्डे, दामोदर नेवारे विमल उषा शहारे, छत्रु उके, छाया नागपुरे, अशोक गुप्ता, अनिता मुनेश्वर आदि उपस्थित थे।

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