पूर्व प्रभारी सरपंच रविशंकर तरोंने की 22 लाख रुपए की हेराफेरी, ग्राम पंचायत इर्री के ग्राम सेवक की डीएसई का दुरुपयोग को करने का मामला नागरिकों ने लगाया आरोप

बुलंद गोंदिया। गोंदिया तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम इर्री के पूर्व प्रभारी सरपंच रविशंकर भाऊलाल तरोने द्वारा ग्राम सेवक की डीएससी का दुरुपयोग कर 22 लाख रुपए की हेराफेरी करने का आरोप ग्रामीणों द्वारा सोमवार 28 नवंबर को आयोजित पत्र परिषद में लगाया है।
आगे उपस्थित नागरिकों द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि राजनीतिक दबाव के चलते वह साजिश करते हुए ग्राम की सरपंच जो नागरिकों से सीधे निर्वाचित हुई थी उसको निलंबन करवा कर 3 महीने के लिए प्रभारी पद पर उपसरपंच रविशंकर तारोंने नियुक्त होने के पश्चात 14वें वित्त आयोग व 15 वे वित्त आयोग के अंतर्गत किए गए कार्य में घटिया स्तर होने तथा धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत सामने आई थी।
जिसके चलते उपरोक्त कार्यो पर रोक भी लगाई गई किंतु राजनीतिक दबाव से इंजीनियर गजभिए पंचायत समिति गोंदिया से उन कामों की एमबीसीसी रिकॉर्ड कर वरिष्ठ अधिकारियों से हस्ताक्षर भी करवा लिए।
जबकि पंचायत समिति की तत्कालीन इंजीनियर दुबे मैडम द्वारा अपने अहवाल में घटिया निर्माण कार्य का स्पष्ट उल्लेख कर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था। किंतु 11 नवंबर 2022 को प्रभारी सरपंच रविशंकर तरोंने का कार्यकाल खत्म होने के पूर्व ग्राम सेवक की डीएससी धोखे से लेकर 15वें वित्त आयोग के 22 लाख रुपए 10 नवंबर 2022 को संबंधित एजेंसियों को भुगतान कर दिया। जबकि उपरोक्त कार्यो की एमबीसीसी पर सचिव तथा पंचायत समिति के खंड विकास अधिकारी के हस्ताक्षर भी नहीं हुए साथ ही जो भुगतान किया गया उसमें ग्राम पंचायत की किसी भी प्रकार की सामग्री खरीदी नहीं की गई।
उसके बावजूद भी संबंधित एजेंसियों को भुगतान किया गया जबकि ग्राम पंचायत के नियम के तहत पहले ठेकेदार द्वारा कार्य किया जाना चाहिए तथा सामान की खरीदी करनी है तथा अलग-अलग एजेंसियों का कोटेशन लेना चाहिए किंतु इन सभी कार्यों में भ्रष्टाचार के चलते अनदेखी की गई तथा मामले को रफा-दफा करने के लिए रात के अंधेरे का सहारा लेकर कुछ सामान ग्राम पंचायत की इमारत में डालने का प्रयास किया गया किंतु ग्राम वासियों की जागरूकता के चलते वह सबके सामने आ गया। उसके पश्चात 14 व 15 नवंबर को ग्राम के सार्वजनिक स्थानों पर कंक्रीट की कुर्सियां रखी गई तथा 20 नवंबर को गांव के सार्वजनिक हैंडपंप पर पेंट किया गया जबकि यह सरासर आचार संहिता का उल्लंघन है।
इस संदर्भ में पूर्व में ग्राम पंचायत सचिव द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया था कि प्रभारी सरपंच द्वारा उसके साथ धोखाधड़ी कर भुगतान निकाला गया किंतु अब राजनीतिक दबाव के चलते सारे मामले की लीपापोती शुरू की गई है। पूर्व सरपंच द्वारा इस प्रकार की धोखाधड़ी किए जाने की जांच की मांग नागरिकों द्वारा की गई तथा आगे जानकारी दी गई कि रविशंकर तरोंने द्वारा ग्राम पंचायत में ही धोखाधड़ी नहीं की तथा उस पर कई मामले हैं जिसमें ग्राम पंचायत के साथ धोखाधड़ी कर फंड की हेराफेरी की है जिस जिसके चलते रावणवाड़ी पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खातिया में 1618000 रुपए की हेराफेरी का आरोप रवि शंकर पर लगा लगा था। धोखाधड़ी करने वाले आरोपी पूर्व सरपंच पर कार्रवाई कर ने की मांग आयोजित पत्र परिषद में इंजीनियर राजीव ठकरेले ,शैलेश मेंडे, प्रीतम सतदेवे , शहेषराम उपवंशी, बेनीराम फूलबांधे, राजू चौहान, सोमेश्वर ठकरेले द्वारा की गई है।

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