बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले के तिरोड़ा निवासी पूर्व सैनिक श्यामराव चावके का 18 अक्टूबर को आकस्मिक निधन हो गया उनके निधन के पश्चात उनकी इकलौती बेटी द्वारा साहसिक कदम उठाते हुए अपने पिता को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार करने के साथ ही हिंदू रीति रिवाज के अनुसार जो एक बेटा करता है वह करते हुए मुंडन करवाया।
बिटिया की इस साहसिक निर्णय से शोकाकुल माहौल में भी परिसर में उसकी इस निर्णय पर सर्वत्र सराहना की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तिरोडा निवासी पूर्व सैनिक श्यामराव चावके का आकस्मिक निधन हो गया जिसके पश्चात उनकी इकलौती बेटी जो केडीके इंजीनियरिंग कॉलेज नंदनवन नागपुर में बीई. तृतीय वर्ष की शिक्षा प्राप्त कर रही है।
परिवार में इकलौती बेटी होने तथा दुखदाई विकट परिस्थिति में भी उसने अपना धैर्य ना खोते हुए अपने पिता का संपूर्ण विधि विधान से अंतिम संस्कार करने के साथ ही एक बेटे का भी कर्तव्य पूर्ण करते हुए मुंडन करवाया।
विशेष यह है कि वर्तमान समय में पुरुष प्रधान व्यवस्था तथा ग्रामीण क्षेत्र में यह मामला पहली बार सामने आया है, तथा अंतिम संस्कार के साथ अस्थि विसर्जन का भी संपूर्ण कार्य करते हुए समाज की टीका टिप्पणी की परवाह न कर अपने प्रिय पिता के सम्मान में अपने सुंदर बाल अर्पित किए।
रिया के इस कदम से आज बेटा होना बेटी नहीं बोलने वाले तथा भ्रूण हत्या करने वाले समाज पर एक करारा तमाचा है। वर्तमान समाज में आज बेटा और बेटी दोनों समान है तथा उसके इस निर्णय पर संपूर्ण गांव व परिचितों द्वारा उसे सांत्वना देने के साथ ही उसकी सराहना की।