सालेकसा तहसील के 200 किसानों का 5 हजार क्विंटल धान खरीदी की दे मंजूरी- पूर्व विधायक संजय पुराम जिलाधिकारी को निवेदन देकर की मांग

बुलंद गोंदिया। राज्य सरकार द्वारा 31 अगस्त 2022 तक किसानों के धान खरीदने की समय अवधि बढ़ाई गई, किंतु सालेकसा तहसील के 200 किसानों जिनका पंजीयन किया गया है लेकिन उनके धान की खरीदी नहीं हो पाई है। जिसके लिए किसानों का 5000 कुंटल धान खरीदने की मंजूरी देने की मांग पूर्व विधायक संजय पुराम द्वारा जिलाधिकारी को निवेदन देकर की है।
गौरतलब है कि सालेकसा तहसील के सहकारी भात गिरनी सालेकसा व कोटजंबूरा इन खरीदी केंद्रों पर करीब 200 किसानों द्वारा अपना पंजीयन किया है। दिनांक 7 जुलाई 2022 को धान खरीदी की समय अवधि बढ़ोतरी की मंजूरी मिली थी किंतु 1 घंटे में ही धान खरीदी हो जाने से शासन द्वारा दिया गया लक्ष्य समाप्त हो गया था जिसके चलते 7 जुलाई 2022 को संबंधित किसानों की धान खरीदी नहीं हो पाई थी किंतु अब राज्य सरकार द्वारा 31 अगस्त 2020 तक समय अवधि बढ़ाई गई है। जिसके लिए 200 किसानों का 5000 कुंटल धान खरीदी करने की मंजूरी सहकारी बाद गिरनी सालेकसा संस्था को देना आवश्यक है तथा ग्राम पंचायत कोटजंबूरा में धान का संग्रहण करने के लिए गोदाम भी उपलब्ध है। परंतु धान खरीदी के लिए सालेकसा तहसील में जिन संस्थाओं को मंजूरी मिली है उनके पास तहसील में गोदाम उपलब्ध नहीं है जिसके चलते उनके द्वारा आमगांव तहसील में धान खरीदी के लिए किसानों को बुलवाया जा रहा है इससे किसानों को परेशानी हो रही है। जिसके चलते उपरोक्त संस्था को मंजूरी देने की मांग पूर्व विधायक संजय पुराम द्वारा की गई है। इस अवसर पर सालेकसा तहसील के अनेक किसान उपस्थित थे।
विशेष यह है कि वर्तमान में जिन संस्थाओं को धान खरीदी की मंजूरी दी गई है उनके द्वारा ही 7 जुलाई को 1 घंटे में खरीदी दिखाई गई थी जिससे उपरोक्त संस्था की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो रहा है। किंतु जिला मार्केटिंग फेडरेशन द्वारा फिर से उन संस्थाओं को धान खरीदी की मंजूरी देना जिला मार्केटिंग फेडरेशन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो रहा है।
संबंधित दोषी अधिकारी से किसानों को मिले हर्जाना
सालेकसा तहसील के 200 किसानों का 5000 धान की खरीदी यदि समय पर नहीं होती तो संबंधित दोषी अधिकारियों से उपरोक्त किसानों को शासकीय दर के अनुसार धान की कीमत देने की मांग भी की है। यदि उपरोक्त कार्रवाई नहीं होती तो किसानों के साथ आंदोलन किया जाएगा।
– पूर्व विधायक संजय पुराम

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