बालाजी नर्सिंग होम गोंदिया में डॉ विद्यासागर ने जटिल कूल्हा प्रत्यारोपण कर मरीज वर्षो के दर्द दी राहत विदर्भ में चौथी बार एवं तीन ज़िल्हों में पहली बार जटिल कूल्हा प्रत्यारोपण

बुलंद गोंदिया। 40 वर्षों से सतत गोंदिया- भंडारा- बालाघाट एवं अन्य कई राज्यों के मरीज़ों के लिए सेवा एवं उपचार प्रदान कर रहे गोंदिया के डॉ मोहन बालाजी नर्सिंग होम में कुछ दिन पूर्व बचपन से अपने बाएँ कूल्हे में असहनीय दर्द से ग्रसित एक मरीज़ ने जोईंट रेप्लेस्मेंट सर्जन डॉ एस विद्यासागर मोहन से परामर्श किया और उनके द्वारा जाँच करने पे पाया गया की मरीज़ के दोनो कूल्हे पूरी तरह से ख़राब हो गए हैं। और यह स्तिथि बचपन से ही थी । जिससे मरीज़ असहनिय दर्द से ग्रसित था एवं चल भी मुश्किल से पा रहा था।मरीज़ एवं उनके रिश्तेदारों से बात करके समझाया गया की कूल्हे को बदलने की आवश्यकता हैं और उसके लिए एक अलग तरह का जोड़ (इंप्लांट S-ROM) जिसका उपयोग ऐसे ही स्तिथि में किया जाता हैं।
उसकी ज़रूरत हैं और उनके सहमति पर बाएँ कूल्हा प्रत्यारोपण ( जोईँट रीप्लेस्मेंट ) किया गया ।
डॉ विद्यासागर ने आगे बताया की यह इंप्लांट या जोड़ पूरे विदर्भ में इसके पहले मात्र 3 बार ही इस्तेमाल हुआ हैं और गोंदिया भंडारा बालाघाट ज़िल्हों में सर्वप्रथम बार बालाजी नर्सिंग होम में इस पेशंट पर प्रत्यर्पित किया गया हैं ।
ऑपरेशन के बाद मरीज़ का दर्द पूरी तरह से चला गया हैं और वह बिना दर्द के चल पा रहा हैं। बालाजी नर्सिंग होम में घुटना एवं कूल्हा प्रत्यारोपण ( TKR एवं THR ) होता हैं एवं महाराष्ट्र की महात्मा ज्योतिराव फुले जीवनदायी आरोग्य योजना एवं प्रधान मंत्री आयुष्मान जनआरोग्य योजना एवं ESIC के अंतर्गत पंजीकृत हैं ।
डॉ विद्यासागर ने ऑपरेशन की सफलता के लिए घूँगी विशेषज्ञ डॉ गजानन करसायल एवं Depuy कम्पनी के सचिन जायसवाल एवं रितु महतो एवं बालाजी नर्सिंग होम की पूरी टीम का विशेष धन्यवाद दिया हैं।

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