बुलंद गोंदिया। शासकीय मेडीकल कॉलेज गोंदिया के सहायक प्राध्यापकों को विगत पाच माह से वेतन नहीं मिलने के कारण उन पर आर्थिक संकट आन पडा है। वेतन नहीं मिलने के कारण शासन के खिलाफ असंतोष निर्माण हो रहा है। प्राध्यापकों ने मांग की है कि तत्काल वेतन दिया जाए। अन्यथा सेवा देना बंद कर दिया जायेंगा। इतना ही नहीं तो आर्थीक संकट का सामना करने से डॉक्टरों ने दानदाताओ से अपील की है कि हमें मदत कर सहयोग करें।
गौरतलब है कि, गोंदिया मेडीकल कॉलेज के एमबीबीएस प्रशिक्षणार्थीयों को पढाने तथा मरीजों को सेवा देने के लिए शासन ने संविदा पध्दति पर सहाय्यक प्राध्यापकों की नियुक्ति मानधन पध्दति पर की है। वर्तमान में लगभग 70 से अधिक सहाय्यक प्राध्यापक सेवा दे रहे है। जिन्हें प्रतिदिन एमबीबीएस के प्रशिक्षणार्थीयों को पढाकर मेडीकल कॉलेज में भर्ती होनेवाले मरीजों का इलाज कर रहे है। लेकिन विगत पाच माह से शासन व्दारा प्राध्यापकों को मानधन नहीं दिया गया है। जिस कारण वे आर्थीक संकट में आ गए है। कई बार मेडीकल प्रशासन से मानधन समय पर देने की मांग की। किंतू इस ओर अनदेखी ही की जा रही है। अब स्थिति अनियंत्रित होने से सहाय्यक प्राध्यापकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही मानधन नहीं दिया गया तो सेवा देना बंद कर देंगे। इतना ही नहीं तो आर्थीक परिस्थिति को देखते हुए दानदाताओ से मदत करने की अपील भी की है।
मेडिकल शिक्षा विभाग मुंबई को दी जानकारी जल्द ही समस्या का हल
शासकीय मेडिकल कॉलेज गोंदिया में कार्य करने वाले प्राध्यापकों व सहायक प्राध्यापकों को जुलाई माह से वेतन नहीं मिल पाया है। इस संदर्भ में मेडिकल शिक्षा विभाग मंत्रालय मुंबई के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है तथा इस मामले में को लेकर मैं स्वयं मुंबई में हूं तथा प्राध्यापकों की मांग है कि उन्हें नियमित किया जाए इन सभी संदर्भों में जल्द ही हल निकल जाएगा
– डॉ अपूर्व पावडे
– डिन शासकीय मेडिकल कॉलेज गोंदिया।