पुजारीटोला बांध के प्रकल्पग्रस्तो को 12 वर्षों से नहीं मिला मुआवजा ,जलसंधारण विभाग के अधिकारियों, उपविभागीय अधिकारी व तहसीलदार की दुर्लक्षता

पत्र परिषद में प्रकल्पग्रस्तो ने किया आक्रोश व्यक्त
बुलंद गोंदिया (संवाददाता दरेकसा) । गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम कोटरा में 12 वर्षों पूर्व पुजारीटोला बांध का निर्माण किया गया था। जिसमें करीब 114 किसानों की कृषि भूमि अधिग्रहित की गई थी किंतु जलसंधारण विभाग, उपविभागीय अधिकारी व तहसीलदार की दुर्लक्षता पूर्ण कार्यप्रणाली के चलते अब तक प्रकल्पग्रस्तो को उनकी जमीन का मुआवजा नहीं मिल पाया है। इस मामले में सालेकसा पंचायत समिति के सभागृह में आयोजित पत्र परिषद में प्रकल्पग्रस्तो द्वारा प्रशासन पर आक्रोश व्यक्त किया है ।
गौरतलब है कि सालेकसा तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम कोटरा में देवछाया उपसा जल सिंचन योजना के अंतर्गत पुजारी टोला बांध का निर्माण किया गया था। जिसमें सैकड़ों किसानों की कृषि योग्य भूमि शासन द्वारा ली गई किंतु अब तक बांध में डूबी कृषि भूमि के पैसे प्रकल्पग्रस्तो को शासन द्वारा नहीं दिए जाने के चलते उन पर भुखमरी का संकट निर्माण हो गया है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में जलसंधारण विभाग के अधिकारी व उपविभागीय अधिकारी तथा तहसीलदार के कार्यालय के चक्कर लगाते हुए 12 वर्ष किसानों को हो चुके हैं। किंतु किसी भी अधिकारी द्वारा समाधान कारक जवाब किसानों को नहीं दिया जा रहा है। तथा सभी प्रकल्पग्रस्त की फाइल पर धूल जमा हो गई है । गत 2 वर्षों पूर्व शासन द्वारा 1 करोड़ 14 लाख रुपए मंजूर किए थे। किंतु अब तक उपरोक्त राशि किसानों के बैंक खातों में जमा नहीं की गई है ।इस मामले में वरिष्ठ अधिकारी व जनप्रतिनिधियों द्वारा भी दुर्लक्ष किए जाने का आरोप कोटरा के 114 किसानों द्वारा पत्र परिषद में लगाते हुए रोष व्यक्त किया तथा चेतावनी दी कि यदि इस मामले में जल्द से जल्द संबंधित विभाग द्वारा निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन किया जाएगा। आयोजित पत्र परिषद में आत्माराम भेडारकर, दुलीचंद सेंडे ,श्रीराम धनबातें, हरीचंद्र डोये, देवराज हत्तीमारे, धनीराम धकाते सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

Share Post: