पूर्व नगराध्यक्ष कशिश जायसवाल का आरोप वर्तमान नगराध्यक्ष का बोगस विकास नामा स्वयं के कार्यों का विकास नामा रखे जनता के सामने

बुलंद गोंदिया। पूर्व नगराध्यक्ष कशिश जयसवाल द्वारा आयोजित पत्र परिषद में जानकारी देते हुए वर्तमान नगराध्यक्ष अशोक इंगले पर आरोप लगाया कि 14 जुलाई को प्रकाशित किये गये विकास नामे मे जो कार्य दिखाये गये हैं उसमे से 90 % काम उनके कार्यकाल में मंजूर होकर सभी की शासकीय मान्यता मिल चुकी थी। उन कार्यों को विकास नामे में प्रकाशित कर श्रेय की राजनीति वर्तमान नगराध्यक्ष अशोक इंगले द्वारा की जा रही है। यदि उन्हें विकास नामा जनता के सामने रखना है तो अपने साडे 4 साल के कार्यकाल में शासकीय मान्यता प्राप्त कामो का रखा जाना चाहिए उपरोक्त विकास नामें में जो कार्य दिखाए गए हैं जिसमें मुख्य रूप से सिविल लाइन बोडी का सौंदर्यकरण जो उनके कार्यकाल में मंजूर होकर निधि भी मिल चुकी थी। इसके अलावा धोटे सूतिका ग्रह, मरारटोली स्कूल, मरारटोली समाज भवन वह शहर के प्रमुख सिमेंटीकरण मार्गो का समावेश है। जिसमें नेहरू चौक से दुर्गा चौक, गांधी प्रतिमा से गोरेलाल चौक, गोरेलाल चौक से श्री टॉकीज चौक, गोरेलाल चौक से दुर्गा चौक के अलावा शहर के अन्य प्रमुख सीमेंट मार्गो का समावेश है। इसके साथ ही सिंधी स्कूल भवानी मंदिर से बाजपाई चौक तक का सीमेंटोकरण मार्ग का समावेश है। उपरोक्त कार्य के लिए उनके कार्यकाल 6 अगस्त 2014 से ढाई वर्षो के कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मांग कर वैशिष्ट पूर्ण योजना मैं कार्यों को शामिल किया गया था। जिसके लिए शासकीय मान्यता, बजट प्रावधान कार्यों को शुरू करने की सारी कार्रवाई पूर्ण हो चुकी थी, लेकिन उपरोक्त कार्य शुरू करने के लिए भूमि पूजन के समय 90 दिनों की आचार संहिता लग चुकी थी। जिसमें 45 दिन विधान परिषद चुनाव वह 45 दिन नगर परिषद चुनाव के चलते कार्य शुरू नहीं हो पाए थे। आचार संहिता खत्म होते ही उपरोक्त कार्य शुरू हो चुके थे जो उनके कार्यकाल के थे लेकिन वर्तमान नगराध्यक्ष श्रेय लेकर उपरोक्त कामों को अपने कार्यकाल के कार्यों को बता कर शहर की जनता को गुमराह कर अपनी वाहवाही लूटने का कार्य कर रहे हैं जिससे जिम्मेदारी है कि उपरोक्त सच्चाई शहर की जनता के समक्ष लाया जाए इसके साथ ही अन्य महत्वपूर्ण कार्य जो उनके कार्यकाल में मंजूर होने के साथ ही शासन द्वारा निधि भी जारी की गई थी जिसमें गोविंदपुर स्कूल का जीर्णोद्धार जिसके लिए 1करोड 50 लाख रुपए, जय स्तंभ चौक के बस स्थानक का जीर्णोद्धार जिसके लिए 80 लाख रुपये तथा गड्ढा टोली बजाज हॉस्पिटल के पास स्थित नगर परिषद की भूमि पर खेल मैदान के निर्माण के लिए 50 लाख रुपए की निधि मंजूर है किंतु इनमें कुछ तकनीकी कमियों के चलते कार्य पूरा नहीं हो पाया तो वर्तमान नगराध्यक्ष द्वारा उपरोक्त कार्यो की मामूली तकनीकी खामियों को दूर कर उनका कार्य क्यों नहीं शुरू करवाया गया इस पर प्रश्न चिन्ह निर्माण हो रहा है। सिर्फ मंजूर कार्यों को ही अपना बताकर स्वयं की मेहनत ना कर जनता से सीधे चुनकर आने वाले नगराध्यक्ष द्वारा शहर की जनता को गुमराह करने का कार्य कर रहे हैं। अब जब कुछ ही महीनों में चुनाव सामने आ चुके तो दूसरों के कार्यों को अपने कार्यकाल का कार्य बता कर फिर से चुनावी नाव को आगे बढ़ाने कर जीत हासिल करने का कार्य कर रहे हैं लेकिन शहर की जनता काफी समझदार हैं वह इस प्रकार के गुमराह करने वाले नेताओं को आगामी चुनाव में उनका स्थान जरूर दिखाएंगी वर्तमान नगराध्यक्ष के साडे 4 साल के कार्यकाल में शासन द्वारा करोड़ों रुपए की निधि विभिन्न विकास कार्यों के लिए मंजूर की गई लेकिन वह विकास कार्य शहर में कहीं भी दिखाई नहीं दे रहे वह कहां शुरू हुए इसका जवाब नगराध्यक्ष द्वारा जनता को देकर उसका विकास नामा घोषित किया जाना चाहिए जिससे उनके कार्यकाल के कार्य सामने आ सके लेकिन जब कुछ किया ही नहीं तो पुराने कार्यों को जो कशिश जायसवाल के नगराध्यक्ष पद पर रहते हुए मंजूर कर सभी प्रकार की शासकीय मान्यता प्राप्त कर निधि प्राप्त की गई थी उनका ही श्रेय कब तक लेंगे।

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