आदिवासी युवक हत्या प्रकरण में सहायक पुलिस निरीक्षक सहित दो पुलिसकर्मी निलंबित, 11 आरोपियों पर हत्या तथा एट्रासिटी का मामला

बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले के दवनीवाड़ा पुलिस थानांतर्गत लोहारा में आदिवासी युवक राजेश्वर उर्फ राजू डोमा किरसान (36) की चोरी की बात को लेकर ग्राम के 10 से 11 आरोपियों ने 23 जून को पिटाई कर राजेश्वर को बेहोशी की अवस्था में दवनीवाड़ा पुलिस थाने में चौपहिया वाहन में बिठाकर ले गए थे। जिसके बाद 6 जुलाई को सड़क अर्जुनी तहसील के बोपाबोड़ी जंगल से राजेश्वर का शव जमीन से खोदकर निकाला गया। इस मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या तथा एट्रासिटी का मामला दर्ज किया है। इसी मामले में अपने कर्तव्य में अनियमितता बरतने पर जिला पुलिस अधिक्षक ने दवनीवाड़ा के एक एपीआई सहित दो पुलिस कर्मियों को प्रभावी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब है की मृतक राजेश्वर किरसान की पत्नी सेवागन किरसान (30) ने जिला पुलिस अधिक्षक से की गई शिकायत में कहा है कि 23 जून को राजेश्वर की ग्राम के 11 लोगों ने पिटाई कर उसकी हत्या कर दी है। जब इस घटना की शिकायत उसकी पत्नी सेवागन किरसान दवनीवाड़ा पुलिस थाने में देने गई तो दवनीवाड़ा पुलिस थाने के जिम्मेदार पुलिस अधिकारी तथा कर्मचारियों ने शिकायत दर्ज नहीं की । फिर से सेवागन 30 जून को दवनीवाड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने हेतु पहुंची, उस दौरान भी उसे वापस लौटा दिया गया। न्याय की गुहार लगाते हुए सेवागन किरसान ने जिला पुलिस अधिक्षक, आदिवासी संगठन, गृह मंत्री को लिखित शिकायत की। जिसका संज्ञान लेते हुए जिला पुलिस अधिक्षक ने तत्काल मामले की जांच करने के आदेश डीवाईएसपी तथा उनकी टीम को दिए। इस मामले में जब जांच की गई तो राजेश्वर किरसान की हत्या कर उसका शव बापाबोड़ी के जंगल में दफना दिए जाने का खुलाशा हुआ। इस मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धारा 302 , 364 , 324 , 504 , 506 , 143 , 144 की सहायक धारा 31 (1), सहायक धारा 3 (2) व्ही.ए. 215 (3), (2) (5) अनुसूचित जाती-जमाती प्रतिबंधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया। सभी आरोपियों को 10 जुलाई तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश जिला सत्र न्यायालय ने सुनाया। लेकिन इस मामले में अपने कर्तव्य में कोताही बरतने वाले पुलिस थाने के एपीआई निलेश उरकुड़े , पुलिस हवलदार पटले तथा एक पुलिस कर्मी को प्रभावी रूप से निलंबित कर दिया गया है। इस मामले की जांच जिला पुलिस अधिक्षक विश्व पानसरे के मार्गदर्शन में तिरोड़ा के उपविभागीय पुलिस अधिकारी नितीन यादव द्वारा शुरू कर दी गई है।

Share Post: