बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले में खरीफ मौसम 2020-21 में धान की क्वालिटी खराब होने के चलते कस्टम मिलिंग में राइस मिलर को भारी नुकसान हो रहा था। जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा क्षतिपूर्ति राशि भी मंजूर की गई किंतु यह राशि क्षतिपूर्ति के लिए अपर्याप्त है इस कारण राइस मिलर कस्टम मिलिंग नहीं कर रहे थे। जिले में लगभग 11लाख क्विंटल धान खुले मैदानों में केवल त्रिपाल के भरोसे असुरक्षित रखा गया था तथा मानसून के आगमन का समय हो चुका था ऐसे में लोकप्रिय नेता सांसद प्रफुल्ल पटेल, विधायक मनोहर चंद्रिकापूरे, अन्न व आपूर्ति मंत्रालय के सचिव विलास पाटील व जिलाधिकारी राजेश खवलें द्वारा राइस मिलर्स को प्रेरित किया कि खुले में रखा धान वर्षा में खराब होने से बचाया जाए जिस पर राइस मिलर्स एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने संकल्प लेकर निर्णय लिया कि 11लाख कुंटल धान खराब नहीं होने देंगे तथा सभी ने भारी नुकसान उठाते हुए भी एक एक माह में लगभग 9लाख कुंटल धान की मिलिंग कर दी है। तथा शेष 2लाख कुंटल धान की मिलिंग भी 1 सप्ताह में कर देने का निश्चय किया है। इस पर राइस मिलर एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि उन्हें नुकसान जरूर हुआ है किंतु एक आत्म संतुष्टि मिली है कि उन्होंने किसानों के खून पसीने से उपज की गई लक्ष्मी धान को सड़ने नहीं दिया तथा प्रशासन को राइस मिलर्स एसोसिएशन ने आश्वासन दिया है कि जिले का धान किसी भी हालत में खराब होने नहीं दिया जाएगा इस प्रकार की जानकारी गोंदिया जिला राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई है।
खुले में धान नहीं देंगे सड़ने समय पर होंगी मिलिंग- राइस मिलर्स एसोसिएशन गोंदिया
