आपूर्ति विभाग की विचित्र कार्यप्रणाली 2 गांव के बीच मार्ग पर नागरिकों को शासकीय राशन का वितरण

बुलंद गोंदिया। नागरिकों को शासकीय राशन का वितरण शासकीय दुकानों से किया जाता है। लेकिन आपूर्ति विभाग की विचित्र कार्यप्रणाली के चलते 1 मई को गोंदिया तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम मोरवाही व नवरगॉव के बीच मार्ग पर अप्रैल माह का शासकीय राशन का वितरण अधिकारियों द्वारा करवाया गया।
गौरतलब है कि नागरिकों को राशन वितरण प्रणाली से मिलने वाला शासकीय अनाज शासन द्वारा तय दुकानों से उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन गोंदिया तहसील के अंतर्गत 1 मई को आपूर्ति विभाग की विचित्र कार्यप्रणाली का नजारा देखने को मिला जहां नागरिकों को राशन दुकानों से नहीं बल्कि 2 ग्रामों के बीच मध्य मार्ग पर ट्रैक्टर में लाकर वितरित किया गया इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार गोंदिया तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम मोरवाही के 170 कार्ड धारकों को नवरगांव के राशन दुकान में जोड़ा गया था लेकिन मोरवाही के कार्ड धारक जिन्हें नवरगांव की राशन दुकान में जोड़ा गया वह वहां से राशन कार्ड धारक राशन लेने को तैयार नहीं है। तथा नवरगांव के सरपंच द्वारा भी उन्हें आने से मना किया गया जिसके चलते आपूर्ति विभाग द्वारा विचित्र निर्णय लेते हुए गोंदिया तहसील की आपूर्ति निरीक्षक भारती वाकोड़े व निरीक्षक शिंदे द्वारा उपरोक्त कार्ड धारकों का राशन ट्रैक्टर में लाकर दोनों गांव के बीच में मार्ग पर वितरण करवाया गया। विशेष यह है कि उपरोक्त कार्य प्रणाली शासन के नियम के बाहर होने तथा राशन वितरण प्रणाली से कार्ड धारकों शासन द्वारा नियुक्त की गई दुकान से ही उपलब्ध कराया जाना चाहिए इस विचित्र निर्णय का विरोध जिला राशन संघटना द्वारा भी किया गया है। इस मामले में जब जिला आपूर्ति अधिकारी वानखेड़े से जानकारी लेने के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जानकारी बाद में उपलब्ध कराई जाएंगी। लेकिन आज जो शासन द्वारा विचित्र कार्यप्रणाली अपनाते हुए अप्रैल माह का राशन बीच मार्ग में बनवाया गया है उस पर आपूर्ति विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो रहा है।

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