बुलंद गोंदिया। कोरोना संक्रमण महामारी काल के दौरान वैद्यकीय अधिकारी रात दिन अपनी जान पर खेलकर मरीजों का उपचार कर रहे हैं। लेकिन इस दौरान उन पर मरीजों के परिजनों द्वारा हमला भी किया जा रहा है। इसी प्रकार की एक घटना सड़क अर्जुनी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत डॉ विनोद भुते व अन्य कर्मचारियों पर हमला हुआ था। जिसके चलते वैद्यकीय अधिकारियों व कर्मचारियों को जिला स्तर पर सुरक्षा प्रदान की जाए तथा भानपुर स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत स्वास्थ्य सेवक को कोविड-19 के दौरान बेड ना मिलने से उसकी मौत हो गई जिसके लिए जिले में स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सरकारी व निजी चिकित्सालय में 50 बेड आरक्षित किए जाए। इन प्रमुख मांगों के साथ अपनी अन्य मांगे जिसमें स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों को 1 दिन का साप्ताहिक अवकाश दिया जाए, सभी स्वास्थ्य अधिकारियों वह कर्मचारियों का इस महामारी के दौरान सेवा काल का विशेष पंजीयन कर एक विशेष वेतनमान दिया जाए ,स्वास्थ्य सेवा में रिक्त पदों को तत्काल भरा जाए आदि मांगों का ज्ञापन राजपत्रित वैद्यकीय संघटना के पदाधिकारियों द्वारा जिले के पालक मंत्री नवाब मलिक ,गोंदिया के विधायक विनोद अग्रवाल व जिला अधिकारी दीपक मीणा को देकर मांग की गई है। इस अवसर पर संघटना के डॉ वेद प्रकाश चौरागडे, डॉ नितिन कापसे, डॉ अनंत चांदेकर, डॉक्टर विनोद चौहान, डॉक्टर ललित कुकड़े, डॉ मनोज राऊत, डॉक्टर एस.टी कोटांगले, डाॅ टैंभूरने सहित बड़ी संख्या में संघटना के पदाधिकारी उपस्थित थे।
वैद्यकीय कर्मचारियों की सुरक्षा व कोविड-मे बेड आरक्षित करने सहित विभिन्न मांगों का ज्ञापन पालक मंत्री को राज्य वैद्यकीय राजपत्रित अधिकारी संघटना ने दिया
