किसान विरोधी तीन काले कानूनों के विरोध में जिला कांग्रेस का एकदिवसीय भूख हड़ताल

सभी तहसीलों में हुआ आंदोलन
बुलंद गोंदिया। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किसानों विरोधी तीन कृषि कानून बनाए हैं। उसे वापस लेने के लिए किसान दिल्ली की सीमा पर 120 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं जिसमें 300 से अधिक किसान शहीद भी हो गए तथा किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए 26 जनवरी को हिंसा की गई। मोदी सरकार द्वारा 11 बार चर्चा का दिखावा किया गया लेकिन तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की किसानों की मांग को मंजूर नहीं किया गया जिसके चलते 26 मार्च को किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद आंदोलन का समर्थन करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा शहीद भोला कांग्रेश भवन के सामने एक दिवसीय भूख हड़ताल कर आंदोलन किया तथा उपरोक्त आंदोलन जिले के सभी तहसीलों में भी आयोजित किया गया।
इसके साथ ही पेट्रोल डीजल तथा रसोई गैस की कीमतों में दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है जिससे केंद्र सरकार सामान्य नागरिकों के जेब पर डाका डाल रही है। आज पेट्रोल 100 रुपये तथा रसोई गैस 880 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया है ।साथ ही कामगार कानून मैं बदलाव से देश के गरीब मजदूर वर्ग पर भुखमरी की नौबत आ गई है। लेकिन हिटलर शाही प्रवृत्ति की मोदी सरकार इस पर एक भी शब्द बोलने को तैयार नहीं है। जिसके चलते किसान संगठनों द्वारा आयोजित किए गए भारत बंद को कांग्रेस समिति द्वारा अपना समर्थन देकर एक दिवसीय अनशन जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाम नामदेवराव किरसान के नेतृत्व में पूरे जिले में आयोजित किया गया वह अपनी मांगों का प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन उपविभागीय अधिकारी को सोपा तथा गोंदिया मुख्यालय में कांग्रेस भोला भवन के सामने आयोजित आंदोलन में प्रदेश सचिव विनोद जैन ,अमर वराडे ,पूर्व जिला अध्यक्ष के आर सेंडे, डॉक्टर योगेंद्र भगत,नटवरलाल गांधी, जितेश राने ,जहीर भाई अहमद, चमनलाल बिसेन, गंगाराम बावनकर ,बलजीत बग्गा, अमर राहुल, रमेश लिल्हारे, अशोक गुप्ता ,सूर्य प्रकाश भगत सहित बड़ी संख्या में जिला कांग्रेस समिति के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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