गोंदिया पंचायत समिति के खंडविकास अधिकारी इनामदार पद मुक्त, लापरवाही पूर्ण कार्य प्रणाली व वरिष्ठ अधिकारी के आदेशों की अवहेलना का आरोप

बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिला परिषद के अंतर्गत आने वाली गोंदिया पंचायत समिति के खंडविकास अधिकारी जे.एस इनामदार को कार्यों में लापरवाही व वरिष्ठ अधिकारी के आदेश की अवहेलना कर कार्य करने के आरोप के चलते जि.प के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रदीप कुमार डांगे द्वारा पद मुक्त कर मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र पेश करने का निर्देश दिया। वहीं दूसरी ओर इनामदार द्वारा अपना स्पष्टीकरण का पत्र ग्राम विकास मंत्री को देकर अल्पसंख्यक होने पर जानबूझकर कार्रवाई किए जाने का पत्र दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीडीओ इनामदार ने 18 से 21 जनवरी तक स्वास्थ्य खराब होने का कारण देकर अवकाश का पत्र दिया था। लेकिन इसमें नियमानुसार मंजूरी ना लेकर कार्यालय से अनुपस्थित थे जिसके पश्चात 22 जनवरी को उन्हें काम पर वापस आना था, लेकिन वह काम पर नहीं पहुंचे जिससे पंचायत समिति के कार्य में बाधा निर्माण हो रही थी। जिसके चलते सहायक खंडविकास अधिकारी दिलीप खोटेले को पदभार सौंपा गया था। जिसके पश्चात 3 फरवरी को किसी भी प्रकार की सूचना वह मंजूरी न लेकर इनामदार द्वारा खोटेले से पदभार स्वीकार किया इस मामले में जि.प के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सीईओ के आदेश के संदर्भ में खुलासा मांगा तथा साथ ही वैद्यकीय प्रमाण पत्र पेश करने का निर्देश दिया इस। मामले में 12 फरवरी तक किसी भी प्रकार का खुलासा ना कर काटी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वैद्यकीय अधिकारी का प्रमाण पत्र दिया गया विशेष यह है कि गोंदिया मुख्यालय जिला स्तर पर होने से यहां पर शासकीय जिला चिकित्सालय व शासकीय मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्रामीण चिकित्सालय का प्रमाण पत्र जोड़ा गया जिसे अवैध बताया गया । इसके लिए इनामदार द्वारा नियमानुसार स्वास्थ्य प्रमाण पत्र न देकर शासकीय कार्य पर पदभार लेने का मामला गंभीर दिखाई दिया जिसके चलते उन्हें पद मुक्त कर नागपुर मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र पेश करने का आदेश दिया गया।

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