बुलंद गोंदिया। गोंदिया नगर परिषद की मुख्य इमारत काफी पुरानी व जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है जिसमें आए दिन छत का प्लास्टर गिर रहा है इसी के चलते प्रशासक, मुख्याधिकारी वह स्थापना के कमरे की छत का प्लास्टर भरभरा कर गिर गया हालांकि इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है लेकिन नगर परिषद के अधिकारियों वह कर्मचारियों पर जान का खतरा मंडरा रहा है।
गौरतलब है की गोंदिया नगर परिषद शहर की जर्जर इमारत को गिराने के लिए नोटिस देती है लेकिन स्वयं की जर्जर इमारत की ओर अनदेखी प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। नगर परिषद की मुख्य इमारत 50 वर्ष से अधिक पुरानी होने के साथ ही जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है जिसे गिराने का भी निर्णय प्रशासन द्वारा लिया गया था किंतु अब तक उस पर अमल नहीं किया जा सका।
बारिश का मौसम शुरू होते ही इमारत की दयनीय अवस्था सामने आने लगती है जिसमें फिलहाल तो छत का प्लास्टर भरभरा कर गिर रहा है अब तक अनेक कमरों का प्लास्टर गिर चुका है सुयोग से किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है लेकिन भविष्य में एक बड़ी घटना घटित हो सकती है।

प्रशासक,मुख्याधिकारी व आस्थापना के कमरे का गिरा प्लास्टर
गोंदिया नगर परिषद के प्रशासक व मुख्याधिकारी के कक्ष का प्लास्टर शनिवार 26 जुलाई की रात गिर गया जिससे कमरा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया इसी प्रकार 27 जुलाई की रात मुख्याअधिकारी के कक्ष से लगा हुआ आस्थापना के अधिकारी के कक्ष की छत की पीओपी भरभरा कर गिर गई यह दोनों घटना रात के समय होने से कोई भी कर्मचारी अधिकारी कार्य पर उपस्थित नहीं था जिससे एक बड़ा हादसा घटित नहीं हुआ व किसी भी प्रकार के जनहानि नहीं हुई यदि यही घटना दिन के समय होती तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
अधिकारी वह कर्मचारियों की जान संसत में
गोंदिया नगर परिषद की पुरानी इमारत पूरी तरीके से जर्जर हो चुकी है जिसमें कार्य करते समय अधिकारियों व कर्मचारी लोग अपनी जान जोखिम में रखकर काम कर रहे हैं जिससे कभी भी एक बड़ा हादसा घटित हो सकता है।
जिम्मेदार विभाग खुद लापरवाह
शहर की जर्जर इमारतो पर नियंत्रण नगर परिषद द्वारा रखा जाता है लेकिन नगर परिषद द्वारा स्वयं अपनी ही इमारत पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर अनदेखी की जा रही है जिससे एक जिम्मेदार विभाग स्वयं ही लापरवाही बरत रहा है तो शहर में किस प्रकार वह नियंत्रण रख पाएगा।
महत्वपूर्ण दस्तावेजों के खराब होने का खतरा
गोंदिया नगर परिषद की जर्जर इमारत के संपूर्ण कक्षा में बारिश का पानी रिसताहै जिससे वर्षो पुराने नगर परिषद के महत्वपूर्ण दस्तावेज खराब होने का खतरा मंडरा रहा है जिसमें के चलते एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड को बचायाने का प्रयास प्रशासन द्वारा नहीं किया जा रहा है जो शहर के लिए एक बड़ी हानि साबित हो सकती है।
सी.एम शिंदे ने नयी ईमारत के निर्माण के लिए 30 करोड़ की थी घोषणा कि थी
महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जब मनोहर भाई पटेल जयंती के अवसर पर 9 फरवरी को गोंदिया आगमन पर गोंदिया नगर परिषद की इमारत के नवनिर्माण के लिएसांसद प्रफुल्ल पटेल द्वारा मांग किए जाने पर 30 करोड रुपए की घोषणा की थी किंतु उसका अब तक आता पता नहीं है। लगता है वह भी मंच से सिर्फ घोषणा ही साबित हो रही है।
इस बारिश बारिश में यह तीसरा हादसा
इस बारिश में नगर परिषद की इमारत में यह तीसरा हादसा हो चुका है इसके पूर्व कोषागार कक्ष की छत का प्लास्टर भरभरा कर गिर चुका है इसके पश्चात प्रशासक वह स्थापना के कक्षा का प्लास्टर गिरा है अब तक इस बारिश में यह तीसरी घटना घटित हो चुकी है।





