बुलंद गोंदिया। ( संवाददाता आमगांव) –गोंदिया वन क्षेत्र के आमगॉव वन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम कवड़ी में शुक्रवार 20 जून वन्य जीव बाघ के घूमने की जानकारी प्राप्त होती ही वन विभाग का दल घटनास्थल पर पहुंचा इस दौरान बाघ ग्राम अंजोरा से रामपुर ग्राम के समीप देवरी आमगांव राष्ट्रीय महामार्ग के समीप नाली में बैठा दिखाई दिया जिसका रेस्क्यू कर सुरक्षित तरीके से संरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ा गया।
गौरतलब है गोंदिया वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले आमगांव वन परी क्षेत्र में आमगांव देवरी मार्ग पर गत 7 से 8 दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों तथा खेत परिसर में एक बाघ उपरोक्त क्षेत्र परिसर में आकर दिखाई दे कर घूम रहा था।
तथा प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्र में ग्रामीणों को दिखाई देने के साथ ही महामार्ग पर भी भ्रमण कर रहा था जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों में भय का वातावरण निर्माण हो गया था। 20 जून को आमगांव देवरी महामार्ग पर काफी समय तक बाघ घूम रहा था जिसे सैकड़ो नागरिकों द्वारा देखा गया था तथा इसकी जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में नागरिक इस क्षेत्र में जमा हो गए थे।
जिससे आसपास के ग्रामीनो को धोखा निर्माण हो गया था तथा भविष्य में मानव वह वन्य जीव संघर्ष की स्थिति निर्माण हो गई थी।
20 जून शुक्रवार को आमगांव वन परी क्षेत्र के ग्राम कवड़ी क्षेत्र में फिर से दिखाई देने पर इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। जानकारी मिलते ही आमगांव वन विभाग का दल क्षेत्र में पहुंचा तथा बाघ की तलाश शुरू की,
जिस पर दोपहर 12:30 बजे के दौरान भ्रमण करने वाला बाघ अंजोरा से रामपुर के बीच देवरी आमगांव राष्ट्रीय महामार्ग से रोड के समीप एक नाली में बैठा हुआ दिखाई दिया।
इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देने के पश्चात मुख्य वन संरक्षक महाराष्ट्र राज्य की मंजूरी से राष्ट्रीय व्याग्र संवर्धन प्राधिकरण के मार्गदर्शन में उनके नियम अनुसार गोंदिया वन विभाग के रेस्क्यू जल्द बचाव दल व क्षेत्रीय कर्मचारियों के दल द्वारा बाघ को ट्रेंकुलाइज कर बेहोश कर सफलतापूर्वक पिंजरे में कैद किया तथा उसकी चिकित्सा जांच करने के पश्चात वरिष्ठ अधिकारियों की मंजूरी से उसे नैसर्गिक वातावरण में संरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ गया।
उपरोक्त करवाई वन संरक्षक प्रादेशिक नागपुर उपवन संरक्षक गोंदिया वन विभाग के मार्गदर्शन में सहायक वन संरक्षक रोहयों वन्य जीव गोंदिया, परिक्षेत्र अधिकारी आमगांव ,वन परिक्षेत्र अधिकारी उत्तर देवरी वन परिक्षेत्र अधिकारी ,मानक वन्य जीव रक्षक सावन बाहेकर डॉक्टर शैलेश पटले पशुधन विकास अधिकारी ,अजिंक्य उरकुडे पशुधन विकास अधिकारी ,सचिन कोकोड़े पशुधन विकास अधिकारी,कांतिलाल पटले पशुधन विकास अधिकारी व क्षेत्रीय कर्मचारियों द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।