टी -14 बाघिन के 20 माह के शावक का मिला शव, नवेगांव-नागझिरा वनक्षेत्र के कोहका भानपुर जंगल की घटना

बुलंद गोंदिया। नवेगांव-नागझिरा संरक्षित वन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वन विभाग के कोहका भानपुर जंगल परिसर में 14 जनवरी की सुबह की टी -14 बाघिन के 20 माह के शावक का शव मिला।

गौरतलब है की जिले के संरक्षित वन क्षेत्र में सरकार द्वारा बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है जिसमें कुछ हद तक सफलता मिलती दिखाई दी, लेकिन साथ ही बाघों की मौत गत कुछ दिनों में जिले में बढ़ जाने से बाघों के संवर्धन व संरक्षण पर सवालिया निशान लगाते दिखाई दे रहे हैं।
14 जनवरी की सुबह नवेगांव-नागझिरा संरक्षित वन क्षेत्र गोंदिया वन विभाग के अंतर्गत आने वाले कोहका भानपुर मार्ग पर टी- 14 बाघिन के 20 माह के शावक का शव दिखाई दिया जिसकी जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचकर इस घटना की पुष्टि की।

उल्लेखनिय है कि नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प के बफर क्षेत्र से यह क्षेत्र बाहर है जहां शावक की मौत हुई है लेकिन वह बाघों के आवागमन का गलियारा है। इस शावक की मौत किन कारणों से हुई है फिलहाल स्पष्ट कारण का खुलासा नहीं हो पाया है।
वन विभाग के अधिकारियों द्वारा चिकित्सकों से मिले प्राथमिक अहवाल के अनुसार उसकी तबीयत खराब होने से या ठंड लगने से मौत होने का कारण बताया जा रहा है।
विशेष यह है कि गत कुछ दिनों में गोंदिया- चंद्रपुर- भंडारा -नागपुर के संरक्षित वन क्षेत्र में बाघों की मौत का प्रमाण काफी बढ़ चुका है जिससे उनकी मौत का कारण क्या है यह एक काफी संवेदनशील मुद्दा बन चुका है तथा इसकी कड़ाई से जांच होकर खुलासा होना चाहिए।साथ ही गत सप्ताह भंडारा जिले के तुमसर वन क्षेत्र के अंतर्गत एक बाघ की करंट लगाकर टुकड़ों में हत्या की गई थी।

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