बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले के संरक्षित टाइगर रिजर्व नवेगांव नागझिरा वन क्षेत्र में 22 सितंबर की सुबह 10:00 बजे एक नर टाइगर का शव मिला प्राथमिक जानकारी के अनुसार वन्यजीव के आपसी संघर्ष में जख्मी टाइगर की मौत होने का मामला सामने आया है।
गौरतलब है की गोंदिया जिले के संरक्षित वन क्षेत्र में टाइगर की संख्या बढ़ने से पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा था लेकिन कुछ समय से टाइगर की हो रही मौत को लेकर वन्य जीव प्रेमियों में निराशा निर्माण हो रही है। इसी प्रकार की एक बुरी खबर 22 सितंबर को सुबह 10:00 बजे के दौरान सामने आई,जब नियमित गस्त के रूप मेंनागझिरा अभ्यारण-1 कक्ष क्रमांक 96 में मंगेझरी मार्ग नागदेव पहाडी परिसर में बीट रक्षक जे एस केंद्र व उनका दल गस्त लगा रहा था इसी दौरान परिसर में एक नर प्रजाति का टाइगर मृत अवस्था में दिखाई दिया जिसकी उम्र लगभग 9 से 10 वर्ष की बताई जा रही है।
टाइगर के मृत अवस्था में दिखाई दिए जाने पर इसकी जानकारी बीट रक्षक केंद्र द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
जानकारी मिलते ही उपवन संरक्षक तथा क्षेत्र संचालक नवेगांव नागजीरा टाइगर रिजर्व के जयरामे गोड़ाआर उपसंचालक राहुल गवई साकोली, सहायक वन संरक्षक कु.एम.एस. चव्हाण,वन परिक्षेत्र अधिकारी व्ही एम भोसले घटनास्थल पर पहुंचे तथा घटनास्थल पर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के मानक के अनुसार परिसर व मृत टाइगर का निरीक्षण किया।
इस समय मानद वन्य जीव संरक्षक बहेकार मुख्य वन्य जीव संरक्षक महाराष्ट्र राज्य नागपुर रूपेश निबार्ते, छत्रपाल चौधरी एनजीओ प्रतिनिधि, डॉ,शीतल वानखेड़े,डॉ. सौरभ कवठे, डॉ. समीर शेन्द्रे, डॉ. पशुचिकित्साधिकारी उज्वल बावनथड़े उपस्थित थे तथा पशुवैद्यकीय अधिकारियों के दल द्वारा समिति के सदस्यों की उपस्थिति में मृत टाइगर का शव विच्छेदन कर उसका विसेरा के सैंपल लेकर जांच के लिए संकलित किया।
पोस्टमार्टम की प्राथमिक जांच के अनुसार चिकित्सकों द्वारा अनुमान लगाया गया की मृत टाइगर नर t-9 है तथा यह वन्य जीव के आपसी संघर्ष में गंभीर रूप से जख्मी होकर इसकी मौत हो गई तथा मृत टाइगर के सभी अव्य सही सलामत अवस्था में पाए गए।
तथा शव विच्छेदन के पश्चात पंचों के समक्ष मृत टाइगर का अंतिम संस्कार किया गया तथा उपरोक्त मामले की आगे की जांच उप संचालक नवेगांव नागझिरा के राहुल गवई ही के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र अधिकारी नागझिरा व्ही एम भोंसले द्वारा की जा रही है।