शासकीय जिला चिकित्सालय की कानूनी सलाहकार सपाटे पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप 3 सदस्यी समिति करेंगी जांच

बुलंद गोंदिया। गोंदिया के शासकीय जिला चिकित्सालय शुरुआत से ही भ्रष्टाचार के गढ़ बने हुए हैं। इसी प्रकार के एक मामले में शासकीय जिला चिकित्सालय के कानूनी सलाहकार वह पीसीपीएन डीसी सदस्य एडवोकेट रेखा सपाटे पर सोनोग्राफी सेंटर से अवैध वसूली व भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर तीन सदस्यों की जांच समिति का गठन किया गया है।

गौरतलब है की गोंदिया जिले के शासकीय जिला चिकित्सालय अपने शुरुआती कल से ही भ्रष्टाचार के लिए अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके हैं। जिसमें आए दिन नए-नए मामले सामने आते रहते हैं। गत दिनों जिला शल्य चिकित्सक डॉ अमरीश मोहबे की जांच के लिए नागपुर से जांच दल आया था तथा उसे मामले की भी जांच शुरू है।
इसके पश्चात एक दूसरा मामला सामने आया है जिसमें शासकीय जिला चिकित्सालय की कानूनी सलाहकार तथा पीसीपी एन डी टी सदस्य एडवोकेट रेखा सपाटे पर जिले में चल रहे सोनोग्राफी सेंटर से अवैध वसूली करने तथा संचालको को मानसिक प्रताड़ित कर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी देने का मामला सामने आया है।

प्रकरण इस प्रकार है कि गोरेगांव के नव्या मेटरनिटी नर्सिंग होम में एडवोकेट सपाटे द्वारा वसूली व प्रताड़ित करने के उद्देश्य से कार्रवाई की गई थी।
तथा यहां चल रहे सोनोग्राफी सेंटर को सुचारू रूप से चलने के लिए 20000 महीने का भुगतान किया जा रहा था, लेकिन धीरे-धीरे सपाटे की मांग बढ़ती जा रही थी तथा इस मामले में मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर पैसे नहीं दिए तो वह संचालक के लिए कानूनी बाधा निर्माण कर प्रताड़ित करने की धमकी कुछ महीनो से दी जा रही थी।
इस मामले में पीड़ित डॉक्टर नितेश वाजपेई द्वारा रेखा सपाटे के खिलाफशिकायत स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से की गई तथा जिसकी प्रतिलिपि जिला प्रशासन को दी गई।
शिकायत प्राप्त होने के पश्चात जिला शल्य चिकित्सक द्वारा इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की जांच समिति का गठन किया है जिसमें समिति द्वारा इस मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। इस मामले में शिकायतकर्ता द्वारा अपने पत्र में वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देते हुए बताया कि कानूनी सलाहकार सपाटे द्वारा उन्हें चार माह से मानसिक व आर्थिक रूप से निरंतर प्रताड़ित किया जा रहा था तथा आर्थिक व्यवहार के लिए दबाव बनाया जा रहा था यदि उन्हें समय पर पैसे नहीं मिले तो सोनोग्राफी की मंजूरी रद्द करने की धमकी दी जा रही थी जिस पर अमल कर केंद्र को बंद भी किया गया है। लेकिन अब जांच समिति द्वारा इस मामले की जांच कर क्या रिपोर्ट पेश की जाती है इस पर जिले वासियों की नज़रें टिकी हुई है।

प्राप्त शिकायतों के आधार पर जांच शुरू

शासकीय जिला चिकित्सालय की कानूनी सलाहकार के खिलाफ लिखित में शिकायत प्राप्त हुई है इस मामले में समिति का गठन किया गया है तथा जल्द ही समिति द्वारा इस मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश की जाएंगी जिसके आधार पर नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

– डॉक्टर अमरीश मोहबे जिला शल्य चिकित्सा गोंदिया।

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