बुलंद गोंदिया। .क्रिकेट बुकी सोंटू जैन के मददगार बैंक प्रबंधक अंकेश खंडेलवाल और डॉक्टर गौरव बग्गा को कोर्ट ने 6 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है। नागपुर क्राइम ब्रांच ने शनिवार को दोनों में न्यायालय में पेश कर 14 दिन का पुलिस रिमांड मांगा था। न्यायालय ने 6 दिन 27 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। खंडेलवाल और डॉ. बग्गा गोंदिया के क्रिकेट सट्टा किंग अनंत उर्फ सोटू जैन के दोस्त हैं।
बैंक प्रबंधक और डॉ. बग्गा ने सोंटू जैन व उसके परिवार के लॉकर से गहने व नकदी निकालकर डॉ. बग्गा और उनकी पत्नी डॉ गरिमा बग्गा के 3 नए लॉकरों में शिफ्ट किए थे। इसका खुलासा सोटू के मोबाइल की सीडीआर से हुआ था। लॉकर से गहने व नकदी निकालने में बैंक प्रबंधक खंडेलवाल ने महती भूमिका निभाई थी। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. गौरव बग्गा, उसकी पत्नी डॉ. गरिमा बग्गा, सोटू की मां कुसुमदेवी जैन सोट का भाई मोटू जैन, मोटू को पत्नी श्रद्धा जैन व अन्य के खिलाफ इस मामले में गिट्टीखदान में नया प्रकरण दर्ज किया गया है।
सोंटू का बढ़ा पीसीआर
चावल कारोवारी विक्रांत अग्रवाल के साथ ऑनलाइन गेमिंग के जरिये 58 करोड़ रुपए की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार सोंटू जैन को क्राइम ब्रांच ने दोबारा न्यायालय में पेश किया। पुलिस ने 9 दिन का पुलिस रिमांड मांगा, लेकिन न्यायालय ने 6 दिन का पुलिस रिमांड दिया।
पुलिस कस्टडी में सोंटू जैन से आयकर विभाग करेगा पूछताछ नगदी, सोने के जेवरात लिए जाएंगे कब्जे में
महाठग सोंटू जैन फिलहाल पुलिस की हिरासत में है। आयकर विभाग के अधिकारी पुलिस हिरासत में ही सोंटू जैन से पूछताछ करेंगे। इसके लिए विभाग की तरफ से पुलिस आयुक्त को पत्र देकर पूछताछ करने के लिए समय मांगा फिल जाएगा। सोटू जैन से पुलिस जो नगदी व सोने के जेवरात जब्त किए, उसे भी आयकर विभाग अपने कब्जे में लेगा। पूरे मामले में टैक्स चोरी हुई है, इस दिशा में आयकर की जांच आगे बढ़ेगी।
खंगाले जाएंगे आय के स्रोत
ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से सोटू जैन ने कई लोगों को चूना लगाया है। पुलिस ने उसके गोंदिया स्थित मकान पर छाप मारकर नगदी व जेवरात समेत 30 करोड़ का माल जब्त किया था। इस मामले में आरोपियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसी तरह जांच में नकदी व जेवरात की जब्ती भी बढ़ती जा रही है। ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से नगदी की जो हेराफेरी हुई और जो टैक्स चोरी का मामला है, उसके संबंध में आयकर विभाग सोंटू से पूछताछ करना चाहता है। आयकर कानून का हवाला देकर आरोपी सॉटू से जब्त नकदी व जेवरात की कस्टडी भी मांगने की तैयारी है। आयकर का मुख्य जोर इस बात पर है। कि पूरे मामले में कितने करोड़ की टैक्स चोरी हुई है। इसी तरह मामले में जितने लोगों की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सलिप्तता है, उनके आय के स्रोत खंगाले जाएंगे। जितना टैक्स चोरी हुआ, उसे जुमनि समेत वसूला जाएगा। मामले में जो शिकायतकर्ता है, उससे भी ‘आयकर विभाग पूछताछ करेगा। विभाग की तरफ से इस बारे में शिकायतकर्ता को पत्र भी दिया गया है।