बुलंद गोंदिया। ( संवाददाता देवरी)- गोंदिया जिले के देवरी वन विभाग के अंतर्गत बोरगांव बीट परिसर में विद्युत करंट लगाकर 3 तेंदुए के शिकार करने की घटना सोमवार 28 अगस्त की रात को सामने आई। इस मामले में वन विभाग द्वारा 30 अगस्त को 4 आरोपियों को हिरासत में लिया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रकरण इस प्रकार है कि देवरी वन विभाग के अंतर्गत आने वाले बोरगांव बीट क्रमांक 481 वन परिक्षेत्र में यह घटना घटित हुई है। उपरोक्त वन क्षेत्र संरक्षित वन क्षेत्र के रूप में सुरक्षित हैं, जानकारी के अनुसार आरोपियों द्वारा जंगली सुवरों के शिकार के लिए विद्युत करंट लगाया गया था। जिसकी चपेट में आकर 1 मादा तेंदुआ व 2 वर्ष के उसके 2 शावकों की मौत हो गई।
संभावना जताई जारी की यह घटना करीब 6 से 8 दिनों पूर्व घटित हुई है ,इस मामले में देवरी वन विभाग द्वारा दशरथ ब. नांदगाये, अरुण राऊत, देवराज ग. मानकर व भाऊलाल न. राऊत सभी देवरी तहसील निवासियों को हिरासत में लेकर वन्य जीव शिकार की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
तथा इस मामले में और आरोपियों की भी गिरफ्तारी होने की संभावना जताई जा रही है इस प्रकार की जानकारी सहायक वन संरक्षक राठौर द्वारा दी गई है।
शिकार व दुर्घटनाओं में वन्य जीवों की मौत
गोंदिया जिले के संरक्षित वन क्षेत्र नागझिरा नवेगांव बांध में वन्य जीवों के संरक्षण के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाने के साथ करोड़ों रुपए प्रतिवर्ष वन्य जीवों के संवर्धन व संरक्षण के लिए खर्च की जा रही है, किंतु गोंदिया वन विभाग की लापरवाही के अनेक मामले कुछ माह में सामने आए हैं।
जिसमें बड़े पैमाने पर वन्य जीवों के शिकार व दुर्घटना में मौत हुई है इसके पूर्व कोहमारा मार्ग पर एक शेर की दुर्घटना में वह सालेकसा तहसील में एक शेर का शिकार तथा ट्रेन से कटकर हिरण की भी मौत हुई है. इस प्रकार के अनेक मामले सामने आए हैं किंतु गोंदिया वन विभाग द्वारा इस और अनदेखी की जा रही है जिससे वन विभाग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता हुआ दिखाई दे रहा है।