बुलंद गोंदिया। ( संवाददाता किरनापुर)- बालाघाट जिले के किरनापुर तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम हिर्री निवासी आलोक दीनदयाल सेन वार्ड क्रमांक 11 द्वारा गत कुछ दिनों पूर्व रॉयल्टी जमा कर रेत ठेकेदार से पैसे देकर रेत की खरीदी कर अपनी निजी पैत्रक जमीन पर रखवाया था तथा कार्य शुरू होने पर अपनी आवश्यकता के अनुसार निजी ट्रैक्टर से निर्माण कार्य के लिए कार्य स्थल पर ले जा रहे थे तभी रेत माफिया द्वारा अपनी मनमानी करते हुए फरियादी आलोक सेन के निवास के सामने से ट्रैक्टर को जप्त कर किरनापुर पुलिस थाने ले जाया गया तथा इसकी जानकारी खनिकर्म विभाग को दी गई।
जबकि उपरोक्त रेत मायनिग प्राप्त कंपनी बांदा कंपनी को रॉयल्टी के पैसे जमा कर 1000 प्रति ट्रैक्टर के दर से ली गई थी जिसका पैसा भी कंपनी द्वारा प्राप्त किया जा चुका है। इसके बावजूद रॉयल्टी लेकर खरीदी गई रेत को अपने निजी उपयोग के लिए अपनी ही जमीन से लाने पर असंवैधानिक बताते हुए कार्रवाई की गई।
रेत माफियाओं की गुंडागर्दी के खिलाफ उग्र आंदोलन की संभावना
बालाघाट जिले में रेत माफिया के रूप में कार्य कर रही बांदा कंपनी के गुर्गो द्वारा निरंतर गुंडागर्दी कर अवैध रूप से उत्खनन करने के साथ ही रॉयल्टी की रेत खरीदने वालों को भी परेशान किया जा रहा है। रेत माफिया की इस मनमानी के खिलाफ पूरे लांजी किरनापुर विधानसभा क्षेत्र में आक्रोश निर्माण हो रहा है। जिससे भविष्य में एक उग्र आंदोलन होने की संभावना जताई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा रेती खरीदने वालों को ओरिजिनल रॉयल्टी नहीं दी जाति मात्र एक टोकन के जरिए व्यापार चल रहा है, जिसमें शासन, प्रशासन व माफिया की साथ गांठ से इनकार नहीं किया जा सकता।
फरियादी ने प्रशासन से निवेदन किया है कि इस प्रकार की चल रही हरकतों के कारण कभी भी किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की हानि या नुकसान ना हो उसके पहले ही इस गोरख धंधे पर नकेल कसे तथा कड़ी कार्रवाई की जाए तथा आज की गई इस कार्रवाई के विरोध में आलोक सेन द्वारा उच्च अधिकारियों को भी आवेदन प्रेषित किया गया है।