बुलंद गोंदिया। जिले में मानसून कालावधी के दौरान विभिन्न घटनाओं में तत्काल प्रतिसाद देकर जीवित व वित्तीय हानी के प्रभाव कम करने हेतु जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तथा जिला आपदा प्रतिसाद दल की भूमिका महत्वपूर्ण है, ऐसा प्रतिपादन भा.प्र.से. जगदीश पांडे, शिक्षण उपसंचालक अंदमान व निकोबार बेट नागरी सेवा ने समाज कल्याण विभाग, गोंदिया के सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में कहा।तथा इस अवसर पर आपदा प्रतिसाद दल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस वर्ष जिले में विभिन्न घटनाओं में 11 नागरिकों की नैसर्गिक आपदा में मृत्यु हो चुकी है। हाल ही में बाढ़ की घटनाओं में 4 युवको की नाले में बहकर मृत्यु हो गई थी। जिनके शवो को दो दिनों के पश्चात जिला आपदा प्रतिसाद दल के अथक प्रयासो से खोज निकालने में सफलता मिली । इस प्रकार की घटनाओं में जिले के आपदा प्रतिसाद दल की महत्वपूर्ण भूमिका हेतु उन्हें सम्मानित किया गया।
इसके पूर्व जगदीश पांडे ने जिला नियंत्रण कक्ष में भेट देकर आपदा के समय की जानेवाली कार्यवाही व आपदा के विभिन्न सयंत्र एवं साजो- सामान का जायजा लिया। साथ ही बाढ़ के समय नगरिकों को सूचना देने के माध्यम एवं नुकसान के सर्वे आदि की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जीवित व वित्तीय हानि के प्रभावो को रोकने हेतु जिले के कार्यो की सराहना भी की।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. मंगेश वानखेडे सहा.आयुक्त समाज कल्याण, सहा.जिला आपूर्ति अधिकारी धनंजय देशमुख, जिल्हा आपत्ती व्यवस्थापन अधिकारी राजन चौबे, अग्निशमन अधिकारी लोकचंद भेंडारकर व आपदा प्रतिसाद दल तथा अग्निशमन विभाग के सदस्य प्रमुख रुप से उपस्थित थे।