बुलंद गोंदिया। गोंदिया का शासकीय महिला चिकित्सालय बाई गंगाबाई महिला चिकित्सालय (बिजीडब्लू) हमेशा अपनी कार्यप्रणाली के चलते विवादों में बना रहता है। महिला चिकित्सालय में डिलीवरी होने के पश्चात कर्मचारियों द्वारा महिला के परिजनों से बच्चा दिखाने व देने के नाम पर मनमाने पैसे की मांग की जाती है। पैसा नहीं मिलने पर मरीज के साथ अभद्र व्यवहार करने के साथ ही पैसे की मांग की शिकायत किए जाने पर मरीज के परिजनों को मरीज की फाइल पढ़ने तथा उचित तरीके से उपचार ना कर जल्द हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर देने की धमकी दी जाती है।
इसी प्रकार का एक मामला रविवार 26 सितंबर को सामने आया गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम बोरी निवासी गर्भवती महिला राखी हेमंत बसोंने उम्र 21 वर्ष को प्रसूति के लिए 25 सितंबर की शाम दाखिल कराया गया था। जिसकी 26 सितंबर की सुबह 8:36 पर प्रस्तुति हुई तथा उसने एक बच्ची को जन्म दिया जिसके पश्चात कार्यरत नर्स व मेडिकल स्टाफ द्वारा महिला के परिजनों के पास पहुंचकर बच्चा दिखाने के लिए 700 रुपये की मांग की गई जब प्रसूता महिला की सास रामशिला सुखदास बसोंने ने पैसा देने के लिए मना किया तो उसे मरीज की फाइल फाड़ कर फेंक देने की धमकी देने के साथ ही बिना उपचार के जल्द ही हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करने की धमकी दी गई इसके पश्चात मामला यहीं नहीं थमा जब प्रसूता महिला को स्ट्रेचर से वार्ड में ले जाने के लिए कर्मचारी आया तो उसने भी महिला को स्ट्रेचर पर ले जाने के नाम पर 200 रुपये की मांग की। उल्लेखनीय है कि इस प्रकार का मामला प्रतिदिन महिला चिकित्सालय में चलता रहता है। लेकिन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले ग्रामीण नागरिकों द्वारा इनकी तानाशाही का शिकार होकर मजबूरन पैसे दे रहे हैं। और जो गरीब व्यक्ति इन्हें पैसे नहीं देता उसके साथ दुर्व्यवहार किया जाता तथा यदि पुत्र हुआ तो इनकी डिमांड और अधिक बढ़ जाती है। विशेष यह है कि जब महिला मरीज के साथ आई आशा वर्कर द्वारा भी पैसे देने से मना किया गया तो महिला चिकित्सालय के कर्मचारियों द्वारा ग्राम बोरी की आशा वर्कर गीता धामडे के साथ भी अभद्र व्यवहार कर मरीजों को यहां नहीं लाने की धमकी दी गई अब यह देखना है। कि महिला चिकित्सालय में इस प्रकार की अवैध वसूली पर वरिष्ठ अधिकारी किस प्रकार नियंत्रण कर कार्रवाई कर पाएंगे क्या इस पर प्रश्न चिन्ह निर्माण होने लगा है। क्योंकि यदि कोई वरिष्ठ अधिकारी इन पर कार्रवाई करना चाहता है तो यूनियन संगठन के माध्यम से आंदोलन की धमकी दी जाती है जिससे मजबूरन वरिष्ठ अधिकारी इन पर कार्रवाई नहीं कर पाते ।
मरीज के परिजन शिकायत कहां और कैसे करें ?
शासकीय महिला चिकित्सालय में प्रसूति के व अन्य उपचार के लिए आने वाले महिला मरीजों के परिजनों को जब वार्ड के कर्मचारियों नर्सिंग स्टाफ द्वारा विभिन्न तरीके से परेशान कर पैसे की मांग की जाती है। तो इस संदर्भ में वह शिकायत कहां और किससे करें यह प्रश्न उनके सामने निर्माण होने लगता है क्योंकि यहां पर उपचार के लिए आने वाला गरीब व्यक्ति शिकायत करने के पश्चात संबंधित दोषी कर्मचारियों द्वारा की जाने वाली प्रताड़ना से त्रस्त होकर निजी चिकित्सालय में महंगा उपचार नहीं करवा पाता जिसके चलते इनकी मनमानी दिन प्रतिदिन बढ़ने लगी है साथ ही इस प्रकार के मामले सामने आने पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी लिखित में शिकायत की मांग की जाती है जो ग्रामीण क्षेत्र से आने वाला मरीज नहीं कर पाता जिससे इनके हौसले बुलंद हो रहे हैं।
लिखित में शिकायत मिलने पर की जाएगी कार्रवाई
महिला मरीज के परिजनों द्वारा पैसे की मांग किए जाने के मामले में लिखित में शिकायत प्राप्त होने पर जांच कर संबंधित दोषी कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाएंगी । -डॉक्टर सागर सोनारे
-अधीक्षक शासकीय महिला चिकित्सालय (बिजीडब्लू) गोंदिया
पैसे के लिए मना करने पर दी धमकी
प्रसूता महिला राखी बसोंने की सास रमशिला बसोंने से कर्मचारियों द्वारा पैसे की मांग की गई जब उन्होंने मना किया तो फाइल फाड़कर फेंकने मरीज को मारने तथा जल्द ही डिस्चार्ज करने की धमकी दी ।
– रमशिला बसोने प्रसूता की सास